कानपुर (हि.स.)। दक्षिण पश्चिम मानसून बीते दिनों कानपुर सहित उत्तर प्रदेश के अधिंकाश जनपदों में बारिश किया था। इससे न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस चला गया और रात में हल्की सर्दी महसूस होने लगी। मौसम विभाग का कहना है कि लौटता हुआ मानसून यानी दक्षिण पश्चिम मानसून एक बार फिर पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में सक्रिय होता दिखाई दे रहा है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा गुलमर्ग, धर्मशाला, मुक्तेश्वर, पीलीभीत औराई, अशोक नगर, इंदौर, वडोदरा और पोरबंदर से होकर गुजर रही है। अगले 24 से 48 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात राज्य, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल होती जा रही हैं। निम्न दबाव का क्षेत्र गंगीय पश्चिम बंगाल के पश्चिमी भागों पर है। संबद्ध चक्रवात परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। एक ट्रफ रेखा सिक्किम से लेकर गंगीय पश्चिम बंगाल और ओडिशा पर कम दबाव के क्षेत्र से होते हुए तटीय आंध्र प्रदेश तक फैली हुई है।
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 33.8 और न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 79 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 67 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 2.3 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में आसमान साफ रहने के कारण वर्षा होने की कोई संभावना नहीं है।