पीलीभीत (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीलीभीत के मुस्तफाबाद से गांगेय डॉल्फिन को प्रदेश के जलीय जीव का दर्जा देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि तालाबों और नदियों को शुद्ध रखने का प्रयास करना चाहिए। गांगेय डाल्फिन प्रदेश में गंगा, यमुना, चम्बल घाघरा, राप्ती, गेरूआ आदि नदियों में पायी गयी है। एक अनुमान के अनुसार राज्य में गांगेय डाल्फिन की संख्या लगभग 2000 है।
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वन्य जीवों को लेकर किस प्रकार का व्यवहार होना चाहिए इसका प्रशिक्षण यहां के लोगों को दिया जाना चाहिए। टाइगर रिजर्व से जुड़े आरक्षित क्षेत्र के हर गांव के लोगों को ट्रेनिंग देकर उन्हें गाइड के रूप में मान्यता देनी चाहिए, जिससे लोगों को रोजगार मिल सके। स्थानीय नागरिकों को प्राथमिकता दे देंगे तो उन्हें रोजगार मिलेगा। पूरे गांव में जागरूकता पैदा होगी।
उन्होंने कहा कि हमें यह भी देखना होगा जो पर्यटक या स्थानीय लोग आते हैं। वह प्लास्टिक का उपयोग करके कोई भी ऐसा कार्य न करें, जिससे जल और प्रकृति प्रदूषित हो।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार को पीलीभीत में थे। यहां मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस पहुंचकर उन्होंने वन्य जीव सप्ताह का समापन किया। इस दौरान उन्होंने पीलीभीत को 248 करोड़ की 26 परियोजनाओं की सौगात भी दी और उनका शिलान्यास व लोकार्पण किया।