Breaking News

घटना की वजह बनी कारों से पुलिस जुटायेगी सबूत, दवा कारोबारी अमोलदीप प्रकरण में पुलिस की कार्यवाही हुई तेज

कानपुर। दवा व्यापारी अमोलदीप सिंह भाटिया पर हमले के मामले में पुलिस ने शुरूआती दौर में जो लापरवाही बरती उससे पुलिस की भद्द पिट गयी एसएचओ पर कार्यवाही के बाद मामले में अब पुलिस कार्यवाही तेज कर रही है। कई प्रत्यक्षदर्शियों के बयान लेने के बाद पुलिस ने दोनों परिवारों की कार को थाने में जमा कराने को कहा ताकि उसका परीक्षण किया जा सके। वहीं मामले में कई वीडियो भी पुलिस के हाथ लगे है लेकिन एक भी वीडियो मारपीट करते नहीं मिला। हैलट के सामने स्थित परफेक्ट सर्जिकल के मालिक अमोलदीप सिंह भाटिया श्यामनगर चकेरी में रहते हैं।

23 सितंबर को स्वरूपनगर से कार से घर लौटते समय जीटी रोड स्थित सिटी क्लब के पास ओवरटेक करने के चक्कर में यशोदानगर की भाजपा पार्षद सौम्या शुक्ला के पति अंकित से विवाद हो गया था। आरोप है कि पार्षद पति ने साथियों के साथ कार से उतरकर दवा व्यापारी को पीट दिया।इससे दवा व्यापारी की दोनों आंखों और शरीर पर गंभीर चोट आई है। दवा व्यापारी का दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में इलाज चल रहा है।

इस मामले में थाना रायपुरवा में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज है। पुलिस ने घटना की विवेचना शुरू कर दी, लेकिन वारदात में प्रयुक्त दवा व्यापारी की थार और पार्षद पति की अर्टिगा कार को कब्जे में नहीं लिया था। इ पार्षद की कार में हूटर लगे होने पर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। वारदात के दस दिन बाद विवेचक दरोगा जय सिंह की तरफ से मंगलवार को नोटिस जारी कर अमोलदीप की थार और अकिंत की अर्टिगा कार रायपुरवा थाना परिसर में खड़ी कराए जाने को कहा गया है। इधर, पुलिस ने घटना में शामिल रही दोनों पक्षों की महिलाओं से पुलिस के समक्ष सीआरपीसी की धारा 161 और अदालत के सामने धारा 164 के बयान दर्ज कराने को कहा गया है। वहीं पार्षद की घेराबंदी के लिये भी भाजपाईयों ने दूसरा पेंतरा खेलना शुरू कर दिया। अमोलदीप भाटिया के भाई के फेसबुक प्रोफाइल से खालिस्तानियों के सपोर्ट के कई फोटोज ओर डीपी भी मीडिया को दिखाया। साथ की कोविड के दौरान दवाओं और मेडिकल सामानों की कालाबाजरी में अमोलदीप के आरोपी होने की बाते बतायी जा रही है। हलाकिं पुलिस अफसरों ने कहा पुराने मामलों से इस मामले में कोई फर्क नहीं पउÞेगा। वहीं पार्षद पति अंकित शुक्ला की जमानत के लिये वकीलों की बड़ी लॉबी सक्रिय है। अगर पुलिस की जांच और कार्यवाही को आधार बनाया गया तो सोमवार तक अकिंत शुक्ला जमानत पा सकता है।०

Check Also

उप चुनाव खत्म होते ही जीत-हार का लगाने लगे गुणा-गणित, बसपा की निष्क्रियता पर भी लग रहीं अटकलें

लखनऊ । नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के बाद सभी राजनीतिक दल जीत-हार का …