भोपाल/नई दिल्ली, (ईएमएस)। मोदी सरकार मध्यप्रदेश सहित पांच राज्यों के विधानसभा और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शक्ति के पर्व नवरात्रि से देश की नारी शक्ति को साधने एक बड़ी घोषणा का ऐलान करने जा रही है। इसमें वह महिलाओं के नाम पर लिए जाने हर तरह के कर्ज की ब्याज दरें पुरुषों के मुकाबले कम करने की घोषणा कर सकती है।
मोदी सरकार ने पुरषों के मुकाबले महिलाओं के लिए बैंकों से सस्ती दरों पर लोन उपलब्ध कराने की तैयारी की है। वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार यह संभव है कि होम लोन लेने वाली महिलाओं को 30-40 लाख रुपये तक की छूट मिले। अगर महिला होम लोन के लिए आवेदन करती हैं तो उसे भी यह छूट मिल सकती है। इसके साथ महिलाएं होम लोन के लिए को-एप्लिकेंट हों तो भी ब्याज में छूट मिल सकती है।
-कर्ज देने के लिए क्या होंगे मापदंड
अभी सामान्य महिलाओं को तो बैंक लोन में ये छूट मिल ही जाती है। इस योजना के लागू होने के बाद सिंगल चाइल्ड मदर, ओनली गर्ल चाइल्ड मदर या विधवा को ज्यादा छूट मिल सकती है। इसके साथ 1 से 5 साल के दौरान रोजगार से जुड़ी युवतियों और महिलाओं को भी लोन में छूट का लाभ दिया जा सकता है।
-होम लोन में महिलाओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा
रिपोर्टस के अनुसार होम लोन लेने के मामले में पुरुषों की संख्या ज्यादा है। 46% पुरुषों ने 48% महिलाओं ने होम लोन लिया है। बाकी के 6% लोन संयुक्त रूप से दिए गए हैं। व्यवसाय, खेती और बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए भी महिलाओं में लोन का चलन तेजी से बढ़ा है। सरकार को ऐसा लगता है कि जो दल 33% महिला आरक्षण बिल तत्काल प्रभाव से लागू नहीं करने को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं, उन्हें उत्तर देने के लिए यह योजना काफी है।