भोपाल, (ईएमएस)। प्रदेश में कांग्रेस काबिज 76 विधानसभा सीटों पर तीन केन्द्रीय मंत्री और सात सांसदों सहित तमाम दिग्गजों को चुनावी मैदान में उतारने के बाद भाजपा हाईकमान अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को उनके गढ़ छिंदवाड़ा में घेरने की नई रणनीति पर काम कर रहा है। इसमें भाजपा अपनी फायर ब्रांड नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को चौरई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने पर विचार कर रही है। इसके पहले भाजपा चौरई से केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल को चुनाव लड़ाने का लगभग मन बना चुकी थी। लेकिन ऐन वक्त पर बदली रणनीति के तहत प्रहलाद पटेल को नरसिंहपुर विधानसभा सीट पर उतार दिया गया। अभी इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा है और कमलनाथ के करीबियों में शुमार सुजीत मेर सिंह विधायक हैं।
हम बता दें कि, कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में भाजपा ने पहले और दूसरे चरण में 6 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए है, लेकिन एकमात्र चौरई विधानसभा को लेकर पार्टी ने प्रत्याशी के नाम को होल्ड पर रखकर सभी की बेचैनी बढ़ा रखी है। चौरई से पहले भाजपा से पूर्व विधायक पंडित रमेश दुबे और चौधरी चंद्रभान सिंह का नाम चल रहा था। भाजपा की नई रणनीति के तहत अब यहां से उमा भारती को चुनाव लड़ाने की चर्चाएं हैं। उमा को चौरई से चुनाव लड़ाने के पीछे पार्टी खास मंशा कमलनाथ का तिलस्म तोड़ने और उनके गढ़ छिंदवाड़ा में कमलनाथ को घेरने की है।
इसलिए भी उमा को चौरई से उतार सकती भाजपा
हम बता दें चौरई रघुवंशी समाज बाहुल्य क्षेत्र है। इसके अलावा चौरई में लोधी समाज का भी एक बड़ा वोट बैंक है। इसके साथ चौरई में उमा भारती की अच्छी पकड़ है। बतौर लोधी नेता उमा भारती को पार्टी चौरई विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती है। भाजपा रूठी हुई उमा भारती को मनाने और कमलनाथ को गर्ने की दोहरी रणनीति पर विचार कर रही है.
चौरई में जातिगत समीकरण
चौरई में लगभग 36 हजार लोधी वोटर्स हैं। जबकि 29 हजार ब्राम्हण और लगभग 24 हजार रघुवंशी वोटर्स हैं।