प्रतापगढ़ में सांप के जोड़े के आतंक ने लोगों में डर पैदा कर दिया है। पूरे एक हफ्ते तक गांव में नाग-नागिन के इस जोड़े से खौफ का माहौल बना रहा। कानपुर से आए संपेरों की मदद से इस जोड़े को पकड़ा गया। घटना लालगंज थाना क्षेत्र के गांव धधुआ गाजन की है।
बताया जा रहा है कि 17 सितंबर की रात गांव निवासी बबलू यादव के घर पर उसके बेटे अगम (10) और अर्णव (7) सो रहे थे। तभी अचानक वहां सांप का एक जोड़ा आ गया और दोनों भाइयों को डस लिया। सांप के डसने से बच्चे रोने लगे। रोने की आवाज सुनकर बच्चों के बगल में सो रही उनकी मां जाग गई। मां ने जब टॉर्च जलाई तो रोशनी में नाग-नागिन का जोड़ा घर से बाहर जाते दिखाई दिया।
कुछ ही देर में घटना की जानकारी ग्रामीणों को हुई। उधर, सांप के काटने से बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। आनन-फानन में बच्चों पर झाड़-फूंक कराई गई, जिसका कोई असर नहीं हुआ। बेहोशी की हालत में बच्चों को डॉक्टर के पास ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
पिता ने ठुकराई आर्थिक मदद
घटना की जानकारी गांव से बाहर रह रहे पिता बबलू को मिली तो वह गांव पहुंचा। सांप द्वारा बच्चों की मौत की खबर पाकर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी भी गांव पहुंचे। उन्होंने बबलू से आर्थिक मदद के लिए बच्चों का पोस्टमार्टम कराने को कहा, लेकिन पिता ने उपजिलाधिकारी से यह कहते हुए आर्थिक मदद ठुकरा दी कि, ‘मेरी सबसे बड़ी पूंजी हमारे बच्चे थे, जो अब काल के गाल में समा चुके हैं तो रुपयों का क्या होगा।’
घटना की जानकारी गांव से बाहर रह रहे पिता बबलू को मिली तो वह गांव पहुंचा। सांप द्वारा बच्चों की मौत की खबर पाकर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी भी गांव पहुंचे। उन्होंने बबलू से आर्थिक मदद के लिए बच्चों का पोस्टमार्टम कराने को कहा, लेकिन पिता ने उपजिलाधिकारी से यह कहते हुए आर्थिक मदद ठुकरा दी कि, ‘मेरी सबसे बड़ी पूंजी हमारे बच्चे थे, जो अब काल के गाल में समा चुके हैं तो रुपयों का क्या होगा।’
3 दिन बाद पिता पर किया हमला
घटना को बीते अभी तीन दिन हुए थे कि नाग-नागिन के इस जोड़े ने मृतक बच्चों के पिता को काट लिया। बबलू 20 सितंबर की सुबह शौंच के लिए घर के पीछे बने शौचालय में गया था। वहां नाग-नागिन का जोड़ा पहले से मौजूद था। जोड़े ने बबलू पर हमला कर दिया। वह भागकर घर पंहुचा और बेहोश हो गया। बबलू को ट्रामा सेंटर लालगंज में भर्ती कराया गया। समय से उपचार मिलने पर बबलू को बचा लिया गया।
घटना को बीते अभी तीन दिन हुए थे कि नाग-नागिन के इस जोड़े ने मृतक बच्चों के पिता को काट लिया। बबलू 20 सितंबर की सुबह शौंच के लिए घर के पीछे बने शौचालय में गया था। वहां नाग-नागिन का जोड़ा पहले से मौजूद था। जोड़े ने बबलू पर हमला कर दिया। वह भागकर घर पंहुचा और बेहोश हो गया। बबलू को ट्रामा सेंटर लालगंज में भर्ती कराया गया। समय से उपचार मिलने पर बबलू को बचा लिया गया।
कानपुर से बुलाए गए सपेरे
गांव में खौफ का पर्याय बन चुके सांप के जोड़े को पकड़ने के लिए कई सपेरे बुलाए गए, लेकिन किसी की सफलता नहीं मिली। 21 सितंबर को संग्रामगढ़ थाना इलाके में कानपुर के सपेरों की मौजूदगी की जानकारी कैथौला रियासत के कुंवर ज्ञानेंद्र सिंह को मिली। उन्होंने सपेरों से संपर्क किया और पीड़ित के घर पहुंच गए। दिनभर घर के आसपास की झाड़ियों में सपेरे बीन बजाकर सांप के जोड़े की खोज में जुट गए। काफी कोशिशों के बाद घर की छत पर नाग के जोड़े को सपेरों ने पकड़ने में कामयाबी हासिल की।
गांव में खौफ का पर्याय बन चुके सांप के जोड़े को पकड़ने के लिए कई सपेरे बुलाए गए, लेकिन किसी की सफलता नहीं मिली। 21 सितंबर को संग्रामगढ़ थाना इलाके में कानपुर के सपेरों की मौजूदगी की जानकारी कैथौला रियासत के कुंवर ज्ञानेंद्र सिंह को मिली। उन्होंने सपेरों से संपर्क किया और पीड़ित के घर पहुंच गए। दिनभर घर के आसपास की झाड़ियों में सपेरे बीन बजाकर सांप के जोड़े की खोज में जुट गए। काफी कोशिशों के बाद घर की छत पर नाग के जोड़े को सपेरों ने पकड़ने में कामयाबी हासिल की।