लखनऊ में भाजपा विधायक योगेश शुक्ला के सरकारी फ्लैट में युवक ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। 24 साल का श्रेष्ठ तिवारी विधायक के मीडिया सेल में नौकरी करता था। हजरतगंज स्थित विधायक के सरकारी फ्लैट नंबर-804 में रहता था। पुलिस के मुताबिक, गर्लफ्रेंड से कहासुनी के बाद रविवार रात श्रेष्ठ ने सुसाइड किया। वारदात के वक्त गर्लफ्रेंड फ्लैट के गेट पर खड़ी थी। उसे वीडियो कॉल करते हुए वह फंदे पर लटक गया। घटना के बाद लड़की की तबीयत खराब हो गई है, निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गर्लफ्रेंड की सूचना पर ही पुलिस मौके पर पहुंचीं। दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से उतारा। कमरे से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। श्रेष्ठ और उसकी गर्लफ्रेंड के मोबाइल को पुलिस ने कब्जे में लिया है। फॉरेंसिक टीम ने भी कमरे की जांच की। विधायक के फ्लैट में सुसाइड की सूचना मिलते ही पुलिस के सीनियर अफसर मौके पर पहुंच गए।
गर्लफ्रेंड ने खुदकुशी के स्क्रीनशॉट भी लिए
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, खुदकुशी के दौरान गेट पर खड़ी गर्लफ्रेंड ने वीडियो कॉल के दौरान के स्क्रीनशॉट भी लिए हैं। बीते चार साल से दोनों रिलेशन में रहे। फिलहाल, प्रथम दृष्टया पुलिस मान रही है कि गर्लफ्रेंड से कहासुनी के बाद ही श्रेष्ठ तिवारी ने जान दी है। गर्लफ्रेंड अलीगंज की रहने वाली है
बाराबंकी जिले का रहने वाला था श्रेष्ठ
हजरतगंज इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार पांडेय के मुताबिक, बाराबंकी के हैदरगढ़ का रहने वाला श्रेष्ठ तिवारी बक्शी का तालाब (BKT) विधायक योगेश शुक्ला के मीडिया सेल में काम करता था। रविवार रात सूचना मिली की श्रेष्ठ ने फांसी लगाकर जान दे दी। रात करीब 11:30 बजे पुलिस टीम फ्लैट नंबर 804 पहुंची तो दरवाजा तोड़ा गया। अंदर फंदे पर श्रेष्ठ का शव लटका था
कंट्रोल रूम पर मिली श्रेष्ठ के सुसाइड करने की सूचना
इंस्पेक्टर ने बताया कि कंट्रोल रूम को किसी ने फोन कर सूचना दी कि उसका जानने वाला श्रेष्ठ सुसाइड करने जा रहा है। उसने श्रेष्ठ का पता विधायक निवास फ्लैट नंबर 804 बताया। इसके बाद पुलिस टीम फ्लैट पर पहुंची। कमरे का दरवाजा अंदर से लॉक था।
श्रेष्ठ ने 8:30 बजे विधायक के कार्यक्रम बताए थे
विधायक योगेश शुक्ला के साथ रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि रविवार रात 8:30 बजे श्रेष्ठ ने अगले दिन के सभी कार्यक्रमों की जानकारी दी। कौन-से कार्यक्रम में कब और कैसे जाना है? इसके बारे में भी बताया। विधायक के सरकारी आवास पर अक्सर तीन से चार लोग रहते थे। लेकिन, रविवार की रात श्रेष्ठ तिवारी अकेले ही था।