जालौन, 21 सितम्बर (हि.स.)। प्रदेश सरकार गौशालाओं को लेकर करोड़ों खर्च कर रही है। फिर भी आवारा जानवरों की समस्या से लोगों को निजात नहीं मिल पा रही है। हाल में ही एनजीटी ने भी जिले भर की गौशाला का निरीक्षण कर खामियां बताईं और करोड़ों रुपये का जुर्माना भी लगाया। इसी को लेकर हर विकासखंडो में बैठक का आयोजन कर आवारा पशुओं को लेकर रणनीति तैयार की जा रही है।
खंड विकास कार्यालय के मीटिंग हाल पर क्षेत्र पंचायत सदस्य व प्रधानों की बैठक की गई जिसकी अध्यक्षता ब्लाक प्रमुख लक्ष्मी देवी ने की। क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने गौवंशों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ब्लाक क्षेत्र के 71 ग्राम पंचायतों में 47 पर गौशाला संचालित है। फिर भी गौवंश सड़कों पर घूम रहे हैं। इससे न सिर्फ किसानों की फसल चौपट हो रही है बल्कि सड़क दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं। खंड विकास अधिकारी मनु लाल यादव ने कहा की अगर सड़कों पर गौंवश दिखाई दिए तो प्रधान व सचिव जिम्मेदार होंगे। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। ब्लाक प्रमुख ने गौवंशों के खाने-पीने की व्यस्था दुरस्त रखने का निर्देश दिया। इसके बाद क्षेत्र के 71 ग्राम पंचायतों में मनरेगा राज्य वित्त व 15वें वित्त से 15 करोड़ रुपये से विकास कार्य कराने के लिए शासन से धनराशि मांगने का प्रस्ताव भी पास किया गया। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि उपेंद्र गौतम, सीडीपीओ गोमती देवी सहित काफी प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्य मौजूद थे।