गोरखपुर, (हि.स.)। जिला नगरीय अभिकरण गोरखपुर (डूडा) महानगर में दो आश्रय गृह का निर्माण कराएगा। इन आश्रय गृह में सभी जरूरी बुनियादी सुविधाओं के साथ महिलाओं के लिए भी आरक्षित बेड होंगे। सुरक्षा के इंतजाम के साथ आधार कार्ड एवं अन्य दस्तावेज दिखा रजिस्ट्रेशन करा कोई भी पुरुष या महिला यहां नि:शुल्क ठहर सकेंगे। इसकी लागत 03.78 करोड़ होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों डूडा के दो आश्रय गृह बनाए जाने की योजना का शिलान्यास किया था। धर्मशाला बाजार में पूर्व में ही आश्रय गृह निर्मित था लेकिन उसका भवन जर्जर अवस्था में है। वहां कुछ लोगों ने अतिक्रमण भी कर रखा है। अब इसी स्थल पर नया आश्रय गृह बनाया जाएगा। इसमें कुल 44 व्यक्तियों के ठहरने की सुविधा होगी। लगभग 714 वर्ग मीटर में बनाए जाने वाले इस आश्रय गृह में 190.60 लाख रुपये खर्च होंगे। रेलवे स्टेशन के निकट होने के कारण बाहर से आने वाले आर्थिक रूप से कमजोर, शहरी बेघरों, मजदूरों एवं कामगारों को ठहरने की सुविधा इस आश्रय गृह में मिलेगी। जबकि दूसरा आश्रय गृह ट्रांसपोर्टनगर में नगर निगम द्वारा उपलब्ध कराई गई 800 वर्ग मीटर जमीन पर बनाया जाएगा।
इसके लिए शासन ने 217.02 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। यहां 34 व्यक्तियों के ठहरने का इंतजाम होगा। इस आश्रय गृह के बन जाने से ट्रांसपोर्ट नगर एवं फलमण्डी एरिया में बाहर से आने वाले कामगारों को रात्रि में ठहरने का सुरक्षित एवं सुविधाजनक इंतजाम होगा।
कहते हैं समाजसेवी
हेरिटेज फाउंडेशन की संरक्षिका डॉ अनिता अग्रवाल कहती हैं कि सर्दियों के पहले पूराने आश्रय गृह को भी सुविधा सम्पन्न करा लिया जाना चाहिए। महिलाओं की सुविधाओं का खास ख़याल रखा जाना चाहिए।
महिलाओं के लिए भी आरक्षित होंगे कुछ बेड
इन आश्रय गृहों में कुछ बेड महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे। उनकी प्राइवेसी और सुरक्षा का ध्यान रहेगा। अलग शौचालय एवं स्नानगृह बनेगा। यहाँ महिला स्टॉफ भी नियुक्त होगा। सीसी कैमरे भी लगेंगे।
दिव्यांग को भी सुविधा
इन दोनों आश्रय गृहों को दिव्यांगों की समस्याओं को ध्यान में रख कर भी बनाया जाएगा। यहां शौचालय, स्नानागार, सुरक्षा के लिए लॉकर, बेड, बिस्टर और इनवर्टर की भी सुविधा होगी। टीवी और पंखे भी उपलब्ध रहेंगे। केयरटेकर भी तैनात होंगे। स्वयं सेवी संस्थाओं की मदद से भोजन का इंतजाम भी कराया जाएगा।
कहते हैं अफसर
नगर नगरीय अभिकरण गोरखपुर के प्रोजेक्टर आफिसर विकास सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के मुताबिक शीघ्र ही इन दोनों आश्रय गृहों का निर्माण शुरू होगा। यहां ठहरने वाली महिलाओं, पुरुषों एवं दिव्यांगों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जाएगा।