कानपुर क्राइमब्रांच ने एक चौंकाने वाली मर्डर मिस्ट्री खुलासा किया है। शातिर अपराधी ने प्रेमिका के खातिर पहले पत्नी का कत्ल किया। इसके बाद जेल से छूटा तो बेटे को जहर देकर मार डाला और बताया कि हार्ट अटैक से मौत हो गई। एक साल बाद बिसरा रिपोर्ट सामने आने पर हत्याकांड का खुलासा हुआ है। पुलिस ने हत्यारोपी प्रेमिका और उसके भाई को अरेस्ट कर लिया। जबकि मुख्य हत्यारोपी फरार है।
एक साल बाद बिसरा रिपोर्ट आने पर हुआ हत्याकांड का खुलासा
डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि इटावा के भरथना थाने में बीते साल 2022 के जून महीने में एक हत्या की एफआईआर दर्ज हुई थी। इसमें मृतक सन्नी के ननिहाल वालों ने उसके चकेरी हरजेंदर नगर निवासी पिता राजेंद्र सिंह यादव, सौतेली मां रोजी यादव गोलू यादव (रोजी का भाई), रेहान्श यादव (मृतक का सौतेला भाई), जनमेद यादव (रोजी के पिता) और गंगासहाय यादव (राजेश के पिता) को हत्यारोपी बनाया था।
मामला चकेरी थाना क्षेत्र का होने के चलते चकेरी थाने में एफआईआर ट्रांसफर कर दी गई थी। मौजूदा समय में मामले की जांच क्राइमब्रांच कर रही थी। जांच के दौरान बिसरा रिपोर्ट में जहर देकर हत्या करने की बात सामने आई है।
रिपोर्ट आते ही क्राइमब्रांच ने हत्यारोपी रोजी यादव और गोलू यादव को अरेस्ट कर लिया है। मुख्य हत्यारोपी राजेश यादव समेत अन्य की तलाश में क्राइमब्रांच और चकेरी पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।
प्रेमिका के चक्कर में जमानत पर छूटते ही बेटे को मार डाला
इटावा के भरथना निवासी राजेश यादव का इटावा नगला ठकुरई निवासी रोजी यादव से प्रेम संबंध थे। दोनों ने शादी भी कर ली थी। इसका विरोध राजेश की पहली पत्नी अर्चना यादव ने किया तो उसकी राजेश ने हत्या कर दी। इस मामले अर्चना के मायके वालों ने इटावा में दहेज हत्या की एफआईआर दर्ज कराई थी।
मामले में मृतक अर्चना के पति हत्यारोपी राजेश यादव, गंगासहाय यादव (ससुर) और फूला देवी (सास) को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी थी। राजेश न्यायालय से जमानत पर रिहा चल रहा था। इसके बाद उसने प्रेमिका समेत अन्य के साथ मिलकर पहली पत्नी के बेटे सन्नी की हत्या कर दी। इसके पीछे संपत्ति के बंटवारा नहीं हो यह भी वजह बताई जा रही है।
बाबा की बीमारी का झांसा देकर बेटे काे था बुलाया
जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद राजेश यादव हरजेंदर नगर में दूसरी पत्नी रोजी के साथ रहता था। जमानत पर छूटने के बाद उसने अपने पहली पत्नी के बेटे सन्नी को बाबा की तबियत खराब होने का झांसा देकर घर बुलाया था। इसके बाद दूसरी पत्नी रोजी के साथ खाने में जहर देकर हत्या कर दी।
परिवार के लोगों को हार्ट अटैक से मौत का झांसा देकर गांव में अंतिम संस्कार करने पहुंचा था। लेकिन बेटी की मौत के बाद मृतक सन्नी के ननिहाल पक्ष को शक हो गया था कि उनके नाती सन्नी की हार्ट अटैक से नहीं बल्कि जहर देकर मारा गया था।
हंगामा बवाल करने के बाद उन्होंने इटावा के भरथना थाने में एफआईआर दर्ज कराई और शव का पोस्टमार्टम कराया था। अब बिसरा रिपोर्ट आने के बाद हत्याकांड का खुलासा हो गया।