वंदे भारत ट्रेन में अगले साल मार्च तक स्लीपर कोच लगाने की तैयारी है। देश में अभी चेयरकार सुविधा वाली वंदे भारत चल रही है। रेलवे की योजना अब राजधानी एक्सप्रेस के रूट पर वंदे भारत ट्रेन को चलाने की है। ऐसे में यात्रियों को रात में आराम देने के लिए स्लीपर कोच देना जरूरी है।
चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) के जनरल मैनेजर बीजी माल्या ने शनिवार 16 सितंबर को बताया कि इसी फाइनेंशियल ईयर के दौरान वंदे का स्लीपर वर्जन लॉन्च किया जाएगा। साथ ही वंदे मेट्रो भी इसी फाइनेंशियल ईयर में लॉन्च की जा सकती है।
माल्या ने बताया कि अभी स्लीपर वंदे भारत ट्रेन को बनाया जा रहा है और इसे मार्च 2024 में लॉन्च किया जाएगा। इसके साथ ही वंदे मेट्रो का भी प्रोडक्शन चल रहा है। 12 कोच की इस ट्रेन को छोटे रूट पर जनवरी से चलाया जा सकता है।
माल्या ने बताया कि वंदे भारत का एक नॉन एसी ट्रेन वर्जन भी लॉन्च करने की योजना है। इस साल 31 अक्टूबर से पहले इसे लॉन्च किया जाएगा। यह एक नॉन-एसी पुश-पुल ट्रेन होगी, जिसमें 22 कोच और इसके दोनों तरफ एक-एक लोकोमोटिव यानी इंजन होगा।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की रफ्तार 160 किमी प्रति घंटे होगी
स्लीपर वंदे भारत को एक कंसोर्टियम यानी दो कंपनियां मिलकर बना रही हैं। इसमें रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) और रूस का TMH ग्रुप शामिल है। इस कंसोर्टियम ने 200 में से 120 स्लीपर वंदे भारत चलाने के लिए सबसे कम बोली लगाई थी। बाकी 80 ट्रेनों की सप्लाई टीटागढ़ वैगन्स और BHEL का कंसोर्टियम करेगा।
RVNL के जीएम (मैकेनिकल) आलोक कुमार मिश्रा ने अगस्त में कहा था कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की रफ्तार 160 किमी प्रति घंटे होगी। इसमें 16 कोच होंगे जिनमें 11 एसी3, चार एसी2 और एक एसी1 कोच होगा। उनका कहना था कि कोच की संख्या 20 या 24 की जा सकती है।
15 फरवरी 2019 को पहली वंदे भारत ट्रेन लॉन्च हुई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2018 को लाल किले से दिए भाषण में 75 वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू किए जाने का ऐलान किया था। हालांकि पहली वंदे भारत ट्रेन 15 फरवरी 2019 को शुरू हो गई थी। अब तक 25 वंदे भारत ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं।