यह फोटो बसपा नेता हाजी बाबू की है, जिनका बोरे में बंद शव मिला है।
बुलंदशहर में बसपा नेता हाजी बाबू की उनके साथियों ने गला दबाकर हत्या कर दी। वह बीते शुक्रवार को कालिंदी कुंज इलाके से लापता हो गए थे l 24 घंटे बाद शनिवार को उनका शव उसमापुर स्थित रजवाहे में एक बोरे में बंद मिला है। शव मिलने की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस ने शक के आधार पर पल्लेदार रविंद्र और उसके साथी राम औतार को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो दोनों ने हत्या करने की बात कबूल कर ली। दोनों ने बताया कि पैसे के लिए उन लोगों ने हाजी बाबू की गला दबाकर हत्या कर दी।
आरोपी रविंद्र को पता था कि हाजी बाबू अपनी आढ़त पर अलमारी में हर समय 35 लाख रुपए की नकदी रखते हैं। रविंद्र ये रुपए चुराना चाहता था। अलमारी की चाबी हर समय हाजी बाबू के पास रहती थी। इसलिए रविंद्र ने खुद को बीमार बताकर झाड़-फूंक कराने के लिए हाजी बाबू को अपने कमरे पर बुलाया।
हाजी बाबू वहां पहुंचे, तो रविंद्र और उसके साथी राम औतार उनसे चाबी छीनने की कोशिश करने लगे। जब दोनों को लगा कि हाजी बाबू से जीत नहीं पाएंगे, तो उन्होंने उनकी गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद जब आरोपियों ने उनकी जेब खंगाली, तो चाबी भी नहीं मिली। दरअसल, हाजी बाबू उस दिन चाबी घर पर छोड़ आए थे। हाजी बाबू की मौत के बाद दोनों आरोपी उनके शव को एक बोरे में बंद कर उसमापुर गांव के पास फेंक आए।
55 साल के हाजी बाबू खुर्जा के मोहल्ला कोट में अपने चार बेटों आरिफ, नौशाद, आसिफ, शमशाद और पत्नी हज्जन के साथ रहते थे। 25-30 साल से वह खुर्जा की नवीन हाईवे मंडी में आढ़त का काम करते थे। 15 साल पहले बसपा के टिकट पर चेयरमैन का चुनाव भी लड़े थे।
इसके अलावा मायावती की सरकार में नगर अध्यक्ष रहे थे। हालांकि हाल ही में हाजी बाबू भाजपा के कई कार्यक्रमों में भी नजर आए थे। हाजी बाबू शुक्रवार शाम को हाईवे स्थित कालिंदी कुंज इलाके से स्कूटी लेकर लापता हो गए थे। इस मामले में बेटे आरिफ की तरफ से तहरीर देकर गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी।
बंद बोरे में मिला शव
खुर्जा कोतवाली प्रभारी सुनील सिंह ने बताया कि शनिवार देर शाम को उस्मापुर स्थित रजवाहे में बोरे में शव बंद मिला था। मृतक का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। हत्या के कारणों की जानकारी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद होगी। पुलिस ने दो लोग पल्लेदार रविंद्र और इसके एक साथी राम औतार को गिरफ्तार कर पूछताछ की। दोनों ने हत्या की बात कबूल ली है। दोनों ने बताया कि बसपा नेता की गला दबाकर हत्या की उसके बाद शव को ठिकाने लगा दिया।