कानपुर, (हि.स.)। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र से उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया और बीते तीन दिनों से बारिश हो रही है। इस बारिश से फसलों में बदलाव आया है और किसान आशान्वित है कि बारिश का यह क्रम आगे भी बना रहे। वहीं मौसम विभाग का कहना है कि अभी एक सप्ताह तक उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में बारिश होती रहेगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शनिवार को बताया कि उत्तर प्रदेश में अब तक मिश्रित मानसूनी बारिश देखने को मिली है। राज्य के पश्चिमी जिलों में कभी-कभार अच्छी बारिश हुई। हालाँकि, पूर्वी हिस्सों में बारिश की गतिविधियाँ छिटपुट रहीं। 1 जून से 8 सितंबर के बीच, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य 597.1 मिमी की तुलना में 573.9 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सिर्फ 4% की कमी है। दूसरी ओर, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 30% बारिश की कमी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य 683.2 मिमी के मुकाबले सिर्फ 479.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश में कुछ अच्छी बारिश दर्ज की गई। झाँसी में तीन अंकों में 109 मिमी बारिश दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश के लगभग हर जिले में हल्की या मध्यम बारिश दर्ज की गई।
अब मध्य प्रदेश के मध्य भागों पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ेगा। अगले 24 से 48 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की गतिविधियां काफी बढ़ने की उम्मीद है। 12 और 13 सितंबर को बारिश में कुछ कमी आ सकती है। हमें उम्मीद है कि 14 सितंबर के आसपास एक और चक्रवाती परिसंचरण मध्य प्रदेश के रास्ते उत्तर प्रदेश के ऊपर से गुजरेगा। इसलिए, राज्य के कई हिस्सों में बारिश की गतिविधियां एक बार फिर बढ़ जाएंगी। सितंबर का दूसरा और तीसरा सप्ताह राज्य के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है और आने वाले दिनों में बारिश की चल रही कमी में सुधार होगा।
इस तरह चल रहीं मौसमी गतिविधियां
औसत समुद्र तल पर मॉनसून ट्रफ जैसलमेर, उदयपुर, रायसेन, उमरिया, अंबिकापुर, जमशेदपुर और दीघा से होकर गुजरती है, और फिर पूर्व दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी तक जाती है जो औसत समुद्र तल से 2.1 किमी ऊपर तक फैली हुई है। दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण अब मध्य मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों पर स्थित है, जो समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। ईस्ट वेस्ट शियर जोन समुद्र तल से 3.1 और 7.6 किलोमीटर के बीच 21 डिग्री उत्तर में लगभग अक्षांश पर चलता है।
कानपुर में हुई 8.2 मिमी बारिश
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 29.8 और न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 90 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 85 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 7.2 किमी प्रति घंटा रही और बारिश 8.2 मिमी हुई। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 09-12 सितम्बर के मध्य हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।