गाजियाबाद। गाजियाबाद में एक मिठाई विक्रेता ने सूदखोरों के चंगुल में फंसकर जून महीने में अपनी जान दे दी थी। इस मामले में पुलिस ने दो सूदखोरों को गिरफ्तार किया था। अब पुलिस ने इनकी अलग-अलग करीब 6 करोड़ की संपत्तियों को कुर्क किया है। दरअसल, 30 जून को अंकुर विहार थाना क्षेत्र में मिठाई विक्रेता चंचल अग्रवाल ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। घटनास्थल से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला था।
इसमें जितेंद्र उर्फ जीतू बंसल को आत्महत्या के लिए दोषी ठहराया गया था। चंचल ने सुसाइड नोट में लिखा था कि उसने जीतू बंसल से 40 लाख रुपए उधार लिए थे। इसके एवज में वो अब तक 2 करोड़ रुपए का भुगतान कर चुका है। इसके बावजूद जीतू बंसल एक करोड़ रुपये बकाया बता रहा है।
सुसाइड नोट में जीतू पर चंचल की तीन मंजिला मकान भी औने-पौने दाम में अपने नाम कराने का आरोप था। इस मामले में पुलिस ने जितेंद्र उर्फ जीतू बंसल और उसके साथी विजय कुमार उर्फ डालू को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। पुलिस को जांच में पता चला कि दोनोें आरोपी ब्याज पर रुपये बांटने का काम करते हैं। इसके बाद पुलिस ने दोनों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की।
पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने दोनों आरोपियों की कुल 11 चल-अचल संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया। इन संपत्तियों की बाजार कीमत फिलहाल 6 करोड़ 10 लाख रुपए है। इसमें छह मकान, चार गाड़ियां और एक मोटरसाइकिल हैं।