प्रयागराज में बहन से छेड़खानी का विरोध करने पर 10वीं के छात्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने बीच सड़क पर घेरकर उसे पटरे से तब तक पीटा, जब तक वह अधमरा नहीं हो गया। वह आधे घंटे सड़क पर तड़पता रहा।
पास में जमीन पर बदहवास पड़ी बहन सभी से बचाने की मिन्नतें करती रही, लेकिन लोग तमाशबीन बनकर देखते रहे। किसी ने हमलावरों को रोकने की हिम्मत नहीं जुटाई। थोड़ी देर में छात्र की सांसें थम गई।
मामला गैर समुदाय से होने के कारण थोड़ी देर में बड़ी संख्या में वहां लोग जुट गए और परिजनों के साथ मिलकर खीरी चौराहे पर शाम 5 बजे से जाम लगा दिया। मामला बढ़ता देखकर पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा समेत कई बड़े अफसर मौके पहुंचे। करीब 9 घंटे बाद कमिश्नर ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। वारदात सोमवार दोपहर की है।
स्कूल बंद होने पर बहन-भाई घर जा रहे थे
मृतक छात्र का नाम सत्यम शर्मा (16) है। वह पुरादलू गांव का रहने वाला था। सत्यम परमानंद इंटर कॉलेज में 10वीं में पढ़ता था। उसके चाचा की बेटी भी इसी स्कूल में 10वीं में पढ़ती है। बहन ने बताया, ”सोमवार को स्कूल बंद होने पर हम दोनों घर जा रहे थे। जैसी ही तुर्कपुरवा मोहल्ले में पहुंचे कि तभी इसी गांव के और हमारे स्कूल में पढ़ने वाले गैर-समुदाय के छात्रों ने हमारा हाथ पकड़ लिया। हमें खींचने का प्रयास करने लगे।
छात्रा ने कहा, ”मैं चिल्लाई तो भाई सत्यम गैर-समुदाय के मनचलों से भिड़ गया। इसके बाद सत्यम पर सभी हमलावर हो गए। पटरे से उसे तब तक मारा जब तक वह जमीन पर गिर नहीं गया। वह लहूलुहान हो गया था। मैं चिल्लाती रही, पर कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। हमलावर धमकी देते हुए भाग निकले।”
छात्रा ने कहा- सत्यम सड़क पर पड़ा तड़पता रहा और मैं असहाय खड़ी चीखती रही। सूचना पर परिजन भी थोड़ी देर में पहुंच गए। सत्यम को लेकर प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय लेकर भागे। वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।’
खीरी चौराहे पर रात 1:30 बजे तक लगा रहा जाम
छात्र की मौत होने पर बड़ी संख्या में लोग आक्रोशित होकर खीरी चौराहे पर पहुंच गए। आक्रोशित लोगों ने चौराहे पर जाम लगा दिया। आरोपियों की गिरफ्तारी पर अड़ गए। मौके पर कई थानों की फोर्स पहुंच गई। ACP राजीव यादव, SO ने ग्रामीणों को बहुत मनाने का प्रयास किया, लेकिन जाम देर रात तक नहीं खुला था।
रात करीब 11 बजे प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा और जिलाधिकारी संजय खत्री भी पहुंचे। परिजनों के साथ सड़क पर बैठ गए। देर रात तक मान-मनौव्वल जलता रहा। फिर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा देकर कमिश्नर ने देर रात डेढ़ बजे जाम लगाया।
ACP राजीव यादव का कहना है, ”छेड़खानी का आरोप गलत है। परिजनों ने नामजद तहरीर दी है। 4 आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। इसमें एक मौजूदा प्रधान मोहम्मद यूसुफ और दूसरा मोहसिन है। उनकी तलाश की जा रही है।
काश! किसी ने विरोध किया होता, बच जाती बच्चे की जान…
परिजन बार-बार यही कह कर रोते-बिलखते रहे कि आरोपी बेटे को पीट रहे थे, मगर उसे बचाने के लिए कोई भी सामने नहीं आया। यही नहीं घायल बेटा सड़क पर पड़ा तड़पता रहा। काश! किसी ने विरोध किया होता तो आज उनका बेटा जिंदा होता।
आरोपी ग्राम प्रधान पर कई मुकदमे पहले से हैं दर्ज
सत्यम की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में नामजद आरोपी ग्राम प्रधान मोहम्मद यूसुफ के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। एक मुकदमा लेखपाल के साथ मारपीट का भी पुलिस ने दर्ज किया था। वह अपनी दबंगई के लिए क्षेत्र में जाना जाता है। जिन युवकों ने छात्रा के साथ छेड़खानी की को प्रधान के घर से ही ताल्लुक रखते हैं।
सत्यम कि जिस जगह पर पीट-पीट कर हत्या की वह जगह ग्राम प्रधान के घर के ठीक सामने हैं। छात्र पर हमला करने वाले दो अन्य भी प्रधान के करीबी बताए जा रहे हैं। फिलहाल, पुलिस ने रिपोर्ट लिखकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। मामला समुदाय विशेष का होने के कारण क्षेत्र में तनाव की स्थिति है।
स्कूल प्रबंधक से भी की गई थी छेड़खानी की शिकायत
परिजनों का आरोप है, ”इससे पहले भी छात्रों ने स्कूल में बेटी के साथ छेड़खानी की थी, जिसका उन्होंने प्रबंधक से विरोध दर्ज कराया था और शिकायत की थी। इस पर मैनेजमेंट ने किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की और न ही इसकी शिकायत पुलिस से की। इससे मनचलों का मन बढ़ गया और सत्यम की हत्या कर दी गई। परमानंद इंटर कॉलेज के प्रबंधक मनोज पांडेय का कहना है, ”शिकायत पर उन्होंने युवकों को बुलाकर समझाया था। स्थानीय पुलिस से भी कई बार शिकायत की गई कि छुट्टी के समय यहां पुलिस की व्यवस्था कर दी जाए पर नहीं हुआ।