– मंदिरों में बम-बम भोले के जयकारों के साथ सर्प पूजा की होड़
– प्रदेश के सभी शिव मंदिरों में दर्शन पूजन के चाक-चौबंद व्यवस्थाएं
लखनऊ (हि.स.)। श्रावण मास के सातवें सोमवार को उत्तर प्रदेश के शिव मंदिरों में भक्तों को सैलाब उमड़ा है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के भोर पहर से ही सभी शिवालयों में बम-बम भोले…, हर-हर महादेव… की गूंज से सुनाई देने लगे। आज का दिन नागपंचमी होने से पूजा का विशेष योग बना और भक्तों ने भगवान शंकर के साथ सर्प पूजन का आशीर्वाद मांगा।
श्रावण मास में शिव मंदिरों में भक्तों की पूजा अर्चना का दौर जारी है। सावन के दिनों में सोमवार को शिवालयों में भगवान शंकर की पूजा और दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ा है। ऐसे में विशेष व्यवस्था मंदिर ट्रस्ट और प्रशासन की ओर से किया जाता है। श्रावण मास के सातवें सोमवार को भी ऐसा ही श्रद्धालुओं की भीड़ शिव मंदिरों में देखने को मिली। प्रदेश के सभी पौराणिक और प्राचीन शिव मंदिरों में भोर पहर से ही भक्तों की दर्शन पूजन के लिए भीड़ उमड़ने लगी। राजधानी लखनऊ के सभी शिवालयों में भक्तों के दर्शन के लिए विशेष बंदोबस्त किए गए थे। यह आलम प्रदेशभर के भगवान शंकर के मंदिरों में देखा गया। खास बात यह रही कि सातवां सोमवार और नागपंचमी के साथ बने संयोग को लेकर मंदिरों में भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। भक्तों को सर्प पूजन और दूध पिलाकर परिवार की खुशहाली की कामना करते देखा जा रहा है।
राजधानी के इन मंदिरों में भक्तों की लगी भीड़
लखनऊ के शिव मंदिरों में प्रमुख मनकामेश्वर मंदिर, सिद्धनाथ मंदिर, कोनेश्वर महादेव गोमती तट, बुद्धेश्वर महादेव, बड़ा शिवाला रानी कटरा आदि में भोर के समय मुख्य पुजारियों द्वारा भगवान शंकर का श्रृंगार पूजन कर भक्तों के दर्शन के लिए पट खोल दिए गए। भक्तों ने दुग्धाभिषेक, जलाभिषेक और रुद्राभिषेक कर भगवान शंकर की पूजा अर्चना कर रहे हैं।
काशी समेत प्रदेश के सभी शिवालयों में भक्तों का लगा तांता
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या, बहराइच, बलिया, मीरजापुर, चित्रकूट, अलीगढ़, बरेली, मेरठ, प्रयागराज, छोटी काशी कानपुर, मथुरा, गोरखपुर के गोरखनाथ, कुशीनगर स्थित उप ज्योतिर्लिंग कुबेरस्थान आदि जनपदों में शिव मंदिरों में आस्था का सैलाब दिख रहा है। मंदिरों में नाग पंचमी के चलते सर्प मेला, सर्प श्रृंगार आदि भी किया गया है।
सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त
श्रावण मास के सातवें सोमवार को देखते हुए शिव मंदिरों में सुरक्षा के जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा रविवार को ही पुख्ता बंदोबस्त कर लिए गए थे। सीसीटीवी कैमरों से भी आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है। पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में भी मंदिरों में संदिग्धों पर निगरानी के लिए लगे हैं। वहीं लोकल इंटेलीजेंस यूनिट के कर्मी भी मंदिरों के आसपास पर नजरें गड़ाये हुए हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रदेश के सभी शिव मंदिरों और श्रावण मास में कांवड़ियों के लिए चाक-चौबंद व्यवस्थाएं की हैं। भक्तों को दर्शन पूजन में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए मंदिरों में बैरीकेटिंग की गई है। भक्तों को कतारबद्ध दर्शन कराए जाने का दौर जारी है।
आचार्य पं0 किशन लाल त्रिपाठी ने बताया कि पहली बार श्रावण मास में अधिक मास होने के चलते आठ सावन के सोमवार का विशेष योग बना है। इसमें भगवान शंकर के शिवलिंग पर दूध, शहद, दही, तिल, गंगा जल, बेलपत्र, धतूरा, कमल का फूल, चंदन आदि से पूजन का व्यक्ति के जीवन में लाभ मिलता। सावन के सातवें सोमवार को नागपंचमी का योग बनना भी भगवान की महिमा का अंश है। आज के दिन सर्प पूजन के साथ भगवान शंकर की विधि विधान से पूजा अर्चना करने से भक्त की सभी मनोकामनाओं को पूरा करती हैं। गंगा स्नान कर जो लोग भगवान का जलाभिषेक या दुग्धाभिषेक करते हैं, उनकी भी सभी कामनाएं भगवान शिव पूर्ण करते हैं।