दोस्तों अगर आपके घर की महिलाएं भी बार-बार बीमार हो रहीं है.. तो हो सकता है कि, ये किसी बड़ी परेशानी के आने का इशारा हो… पर आपने सोचा है ऐसे में आपको क्या करना चाहिए…
सबसे पहले दुर्गा माता के मंदिर जाकर.. मातंगी माता का नाम लेते हुए उन्हें लाल लंग का फूल चढ़ाए… इसके बाद माता के चरणों को गाय के घी से धुले.. फिर उस घी को घर लाकर भोजन के साथ उस महिला को दें.. जो बार- बार बीमार हो रही हो… मातंगी माता का नाम लेते हुए अगर आप ये उपाय करते है… तो इससे उसकी जो भी बीमारियां है.. वो सब ठीक होने लगेंगी… और वो स्त्री धीरे- धीरे स्वस्थ होने लगेगी।
अब आपको एक उपाय और बताते है… ये खास उनके लिए है.. जिनके पास एक के बाद एक बीमारियों की लाइन लगी ही रहती है…
ऐसे में एक लोटे में जल लें.. और उसमें चावल के दो दाने डाल लें.. इसके बाद उस जल को सबसे पहले बेलपत्र के पेड़ पर थोड़ा- सा चढ़ा दें… बाद में बचा हुआ जल थोड़ा- सा पीपल के पेंड़ के नीचे चढ़ा दें.. और फिर बाकी बचा जल आंवला.. या फिर शमी के वृक्ष के नीचें चढ़ा दें… ऐसा रोज करने से उस महिला के स्वास्थ्य में बहुत फर्क पड़ेगा… और एक हफ्ते में ही आपको इस उपाय का असर दिखना शुरु हो जायेगा।
अब जो उपाय हम आपको बताने जा रहें है… वो उपाय माता सती ने भगवान शिव से प्राप्त किया था.. इसके करने से निश्चित ही आप अपने घर के किसी भी सदस्य को रोग मुक्त करा सकते है…
इसके लिए एक लोटा दूध लें.. और उसमें थोड़ा- सा काला तिल.. और आवलां मिला लें.. इसके बाद बेल का फल लें… और उसे पीसकर उसका उबटन बना लें… इसके बाद जो व्यक्ति बीमार है… उसे वो दूध और उबटन छुआ दें … फिर ऊँ जूं सः मंत्र बोलते हुए… शिवलिंग पर पूरी श्रध्दा- भाव से वो दूध चढ़ाकर.. उबटन का लेप लगा लें… इसके बाद शंकर जी पर चढ़ा हुआ वो लेप थोड़ा- सा घर ले आये.. और उसके माथे पर लगा दें.. जो बीमार हो।
ऐसा करने से वो व्यक्ति जरुर ठीक हो जायेगा… चाहे वो कितना ही बीमार क्यों न हो।
दोस्तों भगवान के ये उपाय तो उनके लिए है… जिन्हें लंबे समय से किसी बीमारी ने जकड़ रखा हो… ये सभी उपाय घर की स्त्री को ठीक करने में सौ प्रतिशत सही हैं।
लेकिन कुछ उपाय ऐसे भी है.. जो आप के हाथ में ही है… अगर आप ये उपाय कर लेते है.. तो घर की महिला को बीमारी होने के चांसेज बहुत कम हो जाते है..
ये उपाय बेहद सरल है.. और इसे कोई भी आसानी से कर सकता है… इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं बस उस स्त्री को मानसिक रुप से खुश रखना होगा…
दोस्तों घर में अक्सर कलह.. अशांति.. या फिर लड़ाई की वजह से टेंशन इतनी बढ़ जाती है.. कि इसका सीधा असर महिला के दिमाग पर होने लगता है… और महिलाओं के दिमाग में एक बार कोई बात बैठ जाती है.. तो फिर वो जल्दी नहीं निकलती.. जिसका सीधा असर उसके शारीरिक स्वास्थ्य पर होने लगता है… ऐसे में चक्कर आना.. भूख न लगना.. ओवर थींकिंग.. यानी की ज्यादा सोचने लगना… ये सब शुरु हो जाता है.. और ये छोटी- छोटी बातें ही आगे चलकर… एक बड़ी बीमारी का कारण बन जाती है।
आपको बता दें, ज्यादा सोचने की वजह से कई बार तो महिलाओं के मासिक धर्म में भी दिक्कतें होने लगती है… जिसकी वजह से कई स्त्रियां मां तक नहीं बन पाती… इसलिए वो खुश रहें.. ये जिम्मेदारी आप सब की है… क्यों कि घर की लक्ष्मी अगर खुश है… तो फिर उस घर की खुशियां का कोई बाल भी बाकां नहीं कर सकता है।
तीसरा उपाय…
महिला के खान- पान का खास ध्यान रखें..
दरअसल, घर की जिम्मेदारियों के चलते खुद का ध्यान न देना… स्त्रियों की एक आदत सी बन जाती है… सास- ससुर की सेवा… पत्नी धर्म.. मां का फर्ज… मेहमानों का स्वागत.. घर के हर सदस्य के खाने -पीने से लकेर… उनकी हर खुशी का ध्यान रखने के चक्कर में… महिलाएं अपने खाने का बिल्कुल ध्यान नहीं रखती… जब कि उनके लिए समय से खाना बहुत ज्यादा जुरुरी होती है।
इसके साथ इस बात का भी ध्यान रखें… की उसके शरीर को सभी पोषक तत्व बराबर मात्रा में मिले… वीटामिन.. कैल्शीयम… आदि सभी पर खास ध्यान देना चाहिए।
दरअसल, ये जिम्मेदारी उसके पति के साथ- साथ घर के हर सदस्य होती है.. कि उस घर की लक्ष्मी का ध्यान दें.. और उसका ख्याल रखें… क्यों कि स्त्री ही है जो घर को स्वर्ग बना सकती है… और उसके न रहने.. या बीमार होने पर.. उस घर को नर्क बनने में ज़रा भी देर नहीं लगती है।