मथुरा, (हि.स.)। थाना हाईवे क्षेत्र के रामपुर मुडेसी गांव में खेत पर बने मंदिर में मंगलवार को बुजुर्ग दंपती का शव मिला है। सूचना पर पहुंचे एसपी सिटी एमपी सिंह ने बताया कि बुजुर्ग दम्पत्ति की बेरहमी से पीट पीटकर हत्या की गई है। इस दोहरे हत्याकांड के खुलासे के लिए तीन टीमें लगाई गई हैं, जल्द खुलासा किया जाएगा।
रामपुर मुडेसी गांव का एक हिस्सा मगोर्रा थाना और दूसरा हाईवे थाना क्षेत्र में आता है। बुजुर्ग हीरालाल और पत्नी लीलावती का घर मगोर्रा क्षेत्र में है, जबकि खेत हाईवे थाना क्षेत्र में 15 साल पहले हीरालाल ने खेत पर हनुमान मंदिर का निर्माण कराया था और तब से उसी में रहने लगे थे। सोमवार रात अज्ञात हमलावरों ने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर दोनों की हत्या कर दी।
मंगलवार की सुबह हीरालाल का बड़ा बेटा मोहन चाय देने खेत में बने मंदिर पर पहुंचा तब दोनों का शव देखा। हीरालाल का शव चारपाई पर और लीलावती की शव 20 कदम दूरी पर पड़ा मिला। जानकारी होने पर गांव के लोग और एसपी सिटी एमपी सिंह, स्वाट, एसओजी, थाना पुलिस, फोरेंसिक टीम के साथ पहुंचे। घटना स्थल को सील कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्रित किए। मृत दम्पती के बेटे की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसपी सिटी मार्तण्ड प्रकाश सिंह ने बताया शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। हत्या के पीछे की बजाय अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही घटना का खुलासा करने को तीन टीम लगाई गई है।
पुलिस ने ग्रामीणों से ली जानकारी
पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ की, जिसमें ग्रामीणों ने बताया कि बुजुर्ग हीरालाल और उनकी पत्नी लीलावती बहुत ही व्यवहारिक थे। उनकी किसी से रंजिश नहीं थी। 20 साल पहले खेत पर ही हनुमानजी का मंदिर बनवाया और फिर वहीं रहने लगे। बुजुर्ग दंपती के दो बेटे मोहन और प्रताप सिंह है। दोनों अपने 12 बीघा खेत की रखवाली करते थे। पुलिस का शक प्रॉपर्टी के विवाद में हत्या को लेकर करीबियों पर ही जा रहा है। साथ ही इलाके के कुछ शराबी व अराजक तत्वों को भी चिन्हित किया गया है। सर्विलांस सेल घटना स्थल के आसपास लोगों की आवाजाही के संबंध में साक्ष्य खंगालने में जुटी है।