वाराणसी, (हि.स.)। ज्ञानवापी परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने मंगलवार शाम को लगातार पांचवें दिन की सर्वे प्रक्रिया पूरी की। सर्वे के बाद एएसआई टीम के साथ वादी और प्रतिवादी पक्ष के अधिवक्ता भी परिसर से बाहर आए। इस सर्वे पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं। विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइटों पर सर्वे से जुड़े कई वीडियो और फोटोग्राफ तेजी से वायरल हो रहे हैं। इसके मद्देनजर कड़ी सुरक्षा के बीच सर्वे प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
वादी हिन्दू पक्ष के वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु जैन ने मीडियाकर्मियों को बताया कि जिला न्यायालय ने सर्वे के लिए चार सप्ताह का समय दिया है। उसी के अनुरूप कार्य हो रहा है। पांचवें दिन ज्ञानवापी परिसर के चारों तरफ टीम ने सर्वे किया। वादी पक्ष के ही अधिवक्ता सुभाष चतुर्वेदी ने पत्रकारों को बताया कि एएसआई टीम अपने तरीके से काम कर रही है। टीम पूरे परिसर में सर्वे कर रही है। परिसर के व्यास जी के तहखाने में सर्वे चल रहा है। तथ्यों को संजोया जा रहा है फिर एएसआई रिपोर्ट तैयार करेगी।
पांचवें दिन एएसआई टीम ने गुंबद और व्यास तहखाने में सर्वे किया। टीम ने ज्ञानवापी के विशाल गुंबदों पर चढ़कर सर्वे किया। इसे लोग सड़क पर खड़े होकर देखते रहे। सूत्रों ने बताया कि टीम ने विशाल गुंबद की नक्काशी की कार्बन कॉपी तैयार किया। टीम ने पश्चिमी दीवार के साथ परिसर में मिले ताखे की शैली को कागजों पर उतारा। टीम ने तहखाने में मिली कलाकृतियों, गुंबदों की सीढ़ियों के पास बने कलशनुमा कलाकृति की भी स्कैनिंग की। शृंगार गौरी स्थल के साथ ज्ञानवापी के उत्तरी और दक्षिणी छोर का भी सर्वे किया गया।
गुंबद पर युवक के चढ़ने का वीडियो वायरल
ज्ञानवापी के विशाल गुंबद पर एक युवक के सीढ़ी लगाकर चढ़ने का वीडियो पूरे दिन वायरल होता रहा। वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक युवक बांस की सीढ़ियों के सहारे गुंबद पर चढ़ने का प्रयास करता दिखा। कुछ ऊपर गया, इसके बाद सीढ़ी से नीचे आ गया और सीढ़ी उठाकर अंदर चला गया। इस वीडियो पर हिंदू पक्ष ने आपत्ति जताई। उधर, इस वीडियो पर प्रदेश के डीजीपी ने तत्काल संज्ञान लिया और वाराणसी पुलिस से जानकारी ली तो पता चला कि गुंबद पर चढ़ने वाला व्यक्ति सर्वे टीम में ही शामिल रहा। इसके बावजूद वीडियो पूरे दिन सोशल मीडिया में सुर्खियों में रहा। प्रतिवादी पक्ष अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने सर्वे प्रक्रिया को संतोषजनक बताया, लेकिन चल रही बयानबाजी पर नाराजगी भी जताई। इसके पहले एएसआई टीम के अफसरों ने भी इस मामले में संयम बरतने की सलाह दी है।