कानपुर।मुझे नहीं पता था कि मेरे मारने से मां मर जायेगी। मुझसे बहुत बड़ा पाप हो गया। नौबस्ता थाने में मां के कत्ल के आरोपी बेटे अजय ने कुछ ऐसा ही बयान पुलिस वालों के सामने किया। छोटे भाई राजू की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर किया गया है। पोस्टमार्टम हाउस में हत्यारे भाई की पत्नी को लेकर आक्रोश रहा। इधर मृतका मुन्नी देवी का शव पीएम करके परिजनों को सौंप दिया गया जिसमें सर की पीछे की हड्डी टूटने और खून बहने से मौत की बात सामने आयी हैै। आरोपी बेटे को जेल भेजा गया है। नौबस्ता राजीव नगर निवासी 55 वर्षीय मुन्नीदेवी पति अमरपाल शर्मा के निधन के बाद से बच्चों के साथ रहती थी। परिवार में तीन बेटे विजय, अजय, राजीव और शादीशुदा बेटी लता है। उनका बड़ा बेटा विजय परिवार के साथ अलग रहता है। जबकि बेटा राजीव, अजय, बहू रोशनी उनके साथ रहते हैं। पुलिस ने बताया कि अक्सर उनके घर में झगड़ा होता था। रविवार रात को भी उनके घर से झगड़े की आवाज आ रही थी। इस दौरान उनके बेटे अजय ने मां मुन्नीदेवी के सिर पर लोहे की राड से हमला कर दिया। जान बचाने के लिए वह घर से बाहर की ओर भागी लेकिन, गेट के सामने ही गिरकर उनकी मौत हो गई। घटना के बाद परिवार के अन्य सदस्यों में चीख-पुकार मच गई।
थाने में बंद आरोपी अजय से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बहुत कुछ बयां किया जिससे पता चलता है पत्नी और मां के बीच चल रही कलह उसे खाये जा रही थी । मां ने प्रापर्टी में उसे कम हिस्सा दिया था इसी को लेकर पत्नी से खटपट रोज होती थी।
पुलिस सूत्रों की माने तो कबूलनामे में उसने बताया कि कई बार झगड़ा हुआ तो मां को दूसरे भाई के पास जाने के लिये कहा पर मां नहीं जा रही थी अक्सर पत्नी से उनका विवाद होता था पत्नी किसी से मोबाइल पर बात करे या बाहर जाये तो टोकाटाकी होती थी आये दिन झगड़े ने उसका जीना दूभर कर दिया था। रविवार को भी ऐसा ही हुआ तो पहले पत्नी को पीटा था मां को चुप रहने के लिये बोला पर मां चुप नहीं हो रही थी गुस्से में राड चलाई जो सर में लग गयी।