डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव पतेई खालसा में हुई घटना, डीएम-एसपी ने घटना स्थल का दौरा किया
अमरोहा। दस मुहर्रम को निकाले जा रहे जुलूस के दौरान हाईटेंशन बिजली लाइन का करंट ताजिए में उतर गया। घटना में लगभग सौ लोग झुलस गए। उपचार के दौरान किशोर व युवक की मौत हो गई। घायलों का उपचार विभिन्न अस्पताल में चल रहा है। तीन को मेरठ रेफर किया है। डीएम-एसपी व अन्य पुलिस प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे।
डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव पतेई खालसा का ताजिया दस मुहर्रम को पास के गांव नीलीखेड़ी स्थित कर्बला जाता है। शनिवार दोपहर लगभग तीन बजे गांव के एक हजार के करीब लोग ताजिए का जुलूस लेकर कर्बला जा रहे थे। ताजिया ट्रैक्टर-टिपलर पर रखा था। उस पर लाउडस्पीकर व बैटरे भी थे। यह ताजिया शासनादेश के बाद भी मानक के विपरीत 12 फीट की ऊंचाई से अधिक था। पुलिस ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया था। ताजिया लेकर लोग गांव से बाहर कब्रिस्तान के पास पहुंचे तो हापुड़ से मुरादाबाद जा रही पावर ग्रिड की 400 केवीए की लाइन के नीचे ताजिए में करंट उतर गया। करंट से लाउडस्पीकर, एंप्लीफायर व बैटरे फट गए तथा ताजिए में आग लग गई। साथ ही ताजिए के आसपास चल रहे लोग करंट की चपेट में आ गए। घटना से भगदड़ मच गई। लगभग सौ के करीब लोग झुलस गए। गांव के लोगों ने जैसे-तैसे कर झुलसे लोगों को उठाया तथा अपने वाहनों से विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया। सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए। अमरोहा व मुरादाबाद से एंबुलेंस बुला कर घायलों को अमरोहा के जिला अस्पताल व पाकबड़ा के टीएमयू में भर्ती कराया। जहां पर उवैस पुत्र ताहिर (13) व शाने मोहम्मद पुत्र जरीफ (32) की मौत हो गई। तीन घायलों को मेरठ रेफर किया गया है। उधर गांव में कोहराम मच गया। डीएम राजेश कुमार त्यागी व एसपी आदित्य लांग्हे ने भी घटना स्थल का दौरा किया। अस्पताल जाकर भी हालचाल जाना।
मौके पर पहुंचे सांसद कुंवर दानिश अली
अमरोहा। अचानक गांव पतेई खालसा में हुए हादसे की जानकारी मिलते ही सांसद कुँवर दानिश अली मौके पर गए। घायलों को एम्बुलेंस द्वारा जिला अस्पताल व अन्य प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती कराया। मौके पर आला अधिकारीयों को हर संभव सहायता करने के निर्देश दिए। गंभीर रूप से घायलों को दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर करवाया। हॉस्पिटल के निदेशक से फोन पर बात कर उन्हें तत्काल भर्ती करने के लिये कहा। सांसद ने जिला अस्पताल पहुंचे, घायलों को देखा। वहीं, मृतकों के परिजनों से भी मुलाकात कर ढांढस बंधाया। हर संभव मदद का आवश्वासन दिया।