मऊ (हि.स.)। फ़ार्मेसी की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए एक बुरी खबर है और उन्हें अब किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले बहुत सोच समझकर दाखिला लेना होगा। उत्तर प्रदेश की 427 फार्मेसी कॉलेजों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है। इसमें उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के भी तीन फार्मेसी कालेज शामिल हैं। ब्लैकलिस्ट की कार्रवाई में सबसे ज्यादा पूर्वांचल के काॅलेज शामिल हैं।
पूरे उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ जनपद का सबसे ज्यादा 78 फ़ार्मेसी कालेज ब्लैकलिस्ट की सूची में शामिल है तो मऊ जिले का 33 फार्मेसी कॉलेज व गाजीपुर जनपद का 32 फार्मेसी कॉलेज शामिल है। इसके अलावा मेरठ जिले में 19, जौनपुर 14, बरेली 13, बलिया 12, अम्बेडकर नगर 11, चंदौली 11, एटा 10, सोनभद्र, अमेठी, मथुरा में क्रमश 9-9 कालेज, बहराइच 8 कालेज व मुरादाबाद, सहारनपुर, वाराणसी, आगरा, अलीगढ़ जनपद में 7-7 फ़ार्मेसी कॉलेज, कानपुर, गोरखपुर, हरदोई 6-6 फ़ार्मेसी कॉलेज। इसके अलावा गोंडा, बाराबंकी, बुलंदशहर, सुल्तानपुर में 5-5 फ़ार्मेसी कॉलेज ब्लैकलिस्ट की सूची में शामिल है।
इसके अलावा अयोध्या, बांदा, कासगंज, लखीमपुर खीरी, मुज़फ़्फ़रनगर, फ़िरोज़ाबाद, उन्नाव में चार-चार फ़ार्मेसी कॉलेज ब्लैक लिस्ट की सूची में शामिल। वहीं मैनपुरी, प्रयागराज, अमरोहा, बदायूँ, बागपत, ग़ाज़ियाबाद, हाथरस, लखनऊ में क्रमश तीन तीन फ़ार्मेसी कॉलेज ब्लैक लिस्ट में शामिल है।
इसके अलावा सीतापुर, सिद्धार्थनगर, इटावा, मिर्ज़ापुर, शाहजहांपुर, चित्रकूट, देवरिया, हमीरपुर, हापुड़, बलरामपुर, कानपुर देहात, बस्ती में दो-दो फ़ार्मेसी कॉलेज ब्लैकलिस्ट में शामिल है। औरैया, भदोही , फ़तेहपुर, जालौन, झांसी, कौशाम्बी, कुशीनगर , पीलीभीत, रामपुर व महोबा भी अछूता नहीं है। इन जनपदों में एक-एक काॅलेज ब्लैकलिस्ट में शामिल है।
प्रदेश में प्राविधिक शिक्षा परिषद में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई हुई है। फार्मेसी काॅलेजों को एनओसी जारी करने में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत हुई थी। इस पर मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी जिलों में जिलाधिकारी की देखरेख में जांच हुई तो 427 कॉलेजों की एनओसी जारी करने में गड़बड़ी की पुष्टि हुई।