बरेली। इज्जतनगर थाने में घायल समाज सेवी के कपड़े उतरवाकर फोटो खींचने के आरोप में इंस्पेक्टर क्राइम समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह एफआईआर कोर्ट के आदेश पर लिखी गई है। पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है।
इज्जतनगर के एक क्षेत्र की महिला ने बताया कि वह समाज सेवी है और पीड़ित महिलाओं की मदद करती है। उन्होंने पीलीभीत से आई पीड़िता की मदद कर रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। इससे नाराज पीलीभीत में तैनात कांस्टेबल रोहित उर्फ इमरान ने बाइक से दो लड़के उनके पीछे लगवा दिए। 29 अप्रैल को खजुरिया घाट पर लड़कों ने उन्हें घेर लिया और मारपीट की। लोहे की रॉड से हमला किया जिससे वह घायल हो गई। वह रिपोर्ट लिखाने इज्जतनगर थाने गई तो यहां उनसे पहले इलाज कराने फिर रिपोर्ट लिखाने को कहा गया। अगले दिन उन्होंने इंस्पेक्टर क्राइम राघवेंद्र को तहरीर दी। उन्होंने तहरीर पुलिसकर्मियों से संबंधित होने के कारण समाज सेवी के साथ अभद्र व्यवहार किया। आरोप है कि जबरन कमरे में ले जाकर कपड़े उतरवाकर चोट दिखाने को कहा। महिला ने जब यह कहते हुए विरोध किया कि आप डॉक्टर नहीं है लेकिन इंस्पेक्टर क्राइम ने एक न सुनी और अर्धनग्न शरीर के फोटो खींचे।
ऐतराज करने पर साथ आई महिलाओं को थाने से भगाया
समाजसेवी के साथ महिलाएं आई थी जिनके ऐतराज करने पर उन्हें थाने से भगा दिया गया। समाज सेवी ने एसएसपी और सीओ को तहरीर दी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर इज्जतनगर पुलिस ने इंस्पेक्ट क्राइम समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।