बरेली। सुपरसिटी कॉलोनी में प्लाटों की खरीद फरोख्त के फर्जीवाड़े में फरार चल रहे भू माफिया एलायंस बिल्डर्स को कोर्ट के आदेश पर भगोड़ा घोषित कर दिया गया है। सीओ के साथ कैंट और बारादरी पुलिस ने ढोल नगाड़ों के साथ माफिया के घरों पर मुनादी कराई। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने भगोड़ा घोषित करने का नोटिस चस्पा कर दिया है।
एक माह में हाजिर नहीं हुए तो चल अचल संपत्ति की होगी कुर्की
सीओ प्रथम श्वतेता यादव ने बताया कि मामले में गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी वह हाजिर नहीं हुए। जिस पर कोर्ट के आदेश से एलायंस बिल्डर्स को भगोड़ा घोषित किया गया है। गैंग डी लीडर रमनदीप सिंह समेत अमनदीप सिंह, अरविंदर सिंह, हनी कुमार भाटिया व सतवीर सिंह के घरों पर पुलिस ने फरारी का नोटिस चस्पा कर 82 की कार्रवाई पूरी की।
सुपरसिटी रेजिडेंशियल सोसाइटी के पूर्व महासचिव सुभाष झा ने 2018 में युवराज सिंह एवं एलायंस बिल्डर के अन्य निदेशकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोपियों ने 40 परिवारों से रकम लेकर आवास पर कब्जा दे दिया, लेकिन बैनामा नहीं कराया। मामला क्राइम ब्रांच पहुंचा। क्राइम ब्रांच ने जांच में एलायंस बिल्डर्स के सभी निदेशकों के नाम खोले और चार्जशीट लगाकर कोर्ट भेज दी। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट लिए। कोर्ट से समन जारी होने के बाद भी आरोपी हाजिर नहीं हुए। सीओ प्रथम श्वेता यादव के नेतृत्व में गुरुवार को कैंट इंस्पेक्टर बलवीर सिंह व बारादरी इंस्पेक्टर अभिषेक सिंह पुलिस फोर्स के साथ आरोपियों के घर पर पहुंची। नोटिस चस्पा कर व ढोल बजवाकर मुनादी कराई गई।
125 करोड़ की प्रापर्टी हो चुकी है जब्त
गैंगस्टर एक्ट में आरोपियों की 125 करोड़ रुपये की प्रापर्टी पहले ही जब्त की जा चुकी है। जिसमे घर, दुकान, कार्यालय, पंप, निर्माणाधीन होटल व बार शामिल है। सीओ प्रथम श्वेता यादव ने बताया कि आरोपियों के घर मुनादी कराकर फरारी का नोटिस चस्पा किया गया है। मामले में अग्रिम विधिक कार्रवाई प्रचलित है।