शहर में चारबाग, डालीगंज, चौक, अमीनाबाद सहित अन्य जगहों से निकली यात्राएं।
लखनऊ, (हि.स.)। लखनऊ में आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि, मंगलवार को धूमधाम और भक्तिभाव और भव्य रूप से भगवान श्री जगन्नाथ की यात्रा निकाली गई। कहीं भगवान को रत्नजड़ित पोशाकें धारण कराई गई तो कहीं नौका विहार भी कराया गया।
यात्रा के मार्ग में पुष्प वर्षा के साथ ही रंगोली से सजाया गया तथा इत्र छिड़क कर सुंगधित भी किया गया। पूरा शहर भगवान की भक्ति से सराबोर दिखा। लखनऊ में भगवान जगन्नाथ की यात्रा चारबाग, डालीगंज, चौक, अमीनाबाद सहित अन्य जगहों से निकाली गईं।
श्री जगन्नाथ जी रथ यात्रा एवं नवरात्रि मेला सेवा समिति की ओर से चौक स्थित बड़ी काली जी मंदिर से भव्य यात्रा निकाली गई और सम्मानित भी किया गया। यात्रा में हाथी, घोड़े, ढोल,नंगाड़े बैंड के साथ श्री जगन्नाथ जी,सुभद्रा जी, बलभद्र जी की रथयात्रा निकाली गई। यात्रा सराय माली खां, चौपटियां होते हुए विभिन्न मार्ग से होते हुए डमरू वादन के साथ कुड़िया घाट पहुंची। वहां भगवान को नौका विहार कराया गया। पुनः भगवान को यथा स्थान विराजमान कर महाआरती करी गई। भगवा का पूजन आचार्य राजेश शुक्ला ने किया।
संयोजक पार्षद अनुराग मिश्र ने बताया कि यात्रा 125 वर्षों से अनवरत निकाली जा रही है। भगवान का रथ खीचने वालों में प्रमुख रूप से महंत विवेकानंद गिरी जी, महंत हंसानंद जी, महंत ईश्वरदास जी(दुर्वासा ऋषि आश्रम फर्रुखाबाद),उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा, महापौर सुषमा खरगवाल, विधायक नीरज बोरा, पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन, व्यापारी नेता अमरनाथ मिश्र, प्रदीप कुमार वर्मा सहित कई भक्त यात्रा में शामिल हुए और रथ को भी खींचा।
उधर श्री श्री राधारमण बिहारी जी मंदिर, इस्कॉन की ओर से चारबाग से यात्रा प्रारम्भ होकर बासमंडी चौराहा, हीवेट रोड, बर्लिंगटन चौरहा, नावेल्टी सिनेमा से होते हुए सहारागंज माल पर विश्राम लिया। यात्रा में अचिंत्य रुपिणी माता के निर्देशन में मुकुंदा रॉक बैंड की प्रस्तुति हुई। हाथी, ऊंट, घोड़ों के साथ विशेष साज-सज्जा से बनाए गए रथों पर भगवान यात्रा निकली। मार्ग में पुष्प वर्षा हुई। भक्तों का स्वागत गोपी चन्दन, गुलाबजल एवं इत्र छिड़क कर किया गया।
इस्कॉन यूथ फोरम के सदस्यों ने मार्ग में झाड़ू लगाया और रंगोली से सजाया। इस्कॉन गर्ल्स फोरम सदस्याओं ने नृत्य प्रस्तुति की। भगवान को 211 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया।
उधर डालीगंज स्थित श्री माधव मन्दिर से भी रथ पर विराजित भगवान जगन्नाथ यात्रा निकाली गई। भगवान की झांकी के भक्तों ने दर्शन किया। भगवान का बहुत ही भव्य श्रृंगार किया गया था। भक्त जयघोष के साथ रथ को श्रद्धापूर्वक और भक्तिभाव से खींचते हुए ले जा रहे थे। भगवान जगन्नाथ की महाआरती के बाद 56 प्रकार के भोग लगाया गया।
यात्रा में पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, विधायक डॉ नीरज बोरा, अनुराग साहु, बिहारी लाल साहू, भारत भूषण गुप्ता, ओमकार जायसवाल, धनश्याम दास अग्रवाल गुड्डा, श्याम साहू, घनश्याम अग्रवाल, गोविन्द साहू, दिनेश अग्रवाल, रथ की रस्सी खींचकर श्रीयात्रा को शुभारंभ किया। यात्रा में इस्कॉन मंदिर के भक्त हरि नाम संकीर्तन मृदंग और करताल बजाते हुए चल रहे थे। वृन्दावन के कलाकार शुभम ग्रुप ने श्रीकृष्ण की लीलाओं को दर्शाया। वहीं रथ के आगे अंशु गोस्वामी ग्रुप भजनों की वर्षा करते हुए चले। यात्रा में शामिल राधा-कृष्ण, हनुमान जी झांकी आकर्षण के केंद्र में थी। यात्रा में फूलों की वर्षा हुई और भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया। वहीं प्रसाद में जामुन, मीठे चावल, बूंदी प्रसाद भोग सभी भक्तों को वितरित किया गया।
मोतीनगर स्थित श्री गौड़ीय मठ से भी ढोल-नगाड़े, गाजेबाजों तथा संकीर्तन करते भक्तों के बीच श्रीश्री जगन्नाथजी रथयात्रा निकली। यात्रा में देवी सुभद्रा, बलभद्र एवं भगवान जगन्नाथ जी को रत्नजड़ित पोशाके पहनाई गई थीं। भगवान जगन्नाथ जी सोलह श्रृंगार कर अपने भक्तों को दर्शन दिए। इसके अलावा अलीगंज के नए हनुमान मंदिर, अमीनाबाद की मारवाडी वाली व चौपटियां के चारोधाम मंदिर से भी यात्रा निकली।