कानपुर। मौसम विभाग के अनुसार रविवार से बुधवार के बीच महानगर और इसके आसपास के क्षेत्रों में बिपरजॉय चक्रवात की वजह से तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार चक्रवात से थो़ड़ी राहत मिलने की संभावना है।उन्होंने बताया कि चक्रवात के कारण 15 से 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। इस बीच अधिकतम तापमान 41.1 डिग्री और न्यूनतम पारा 30.3 डिग्री रहा। हवा में नमी अधिकतम 47 और न्यूनतम 30 प्रतिशत रही, जबकि हवा की रफ्तार दिन में 8.8 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई।
-औसत तापमान ने भी तोड़़ा रिकार्ड
सुबह से लेकर देर रात तक गर्मी और उमस से लोगों को हलकान कर रखा है। लगातार तापमान के रिकार्ड टूट रहा है।सीएसए के मौसम विभाग के अनुसार रोजाना के तापमान के साथ महानगर के आसपास का औसत तापमान भी इस बार पिछले 9 वर्षों की अपेक्षा सबसे ज्यादा है।
-आईएमडी ने भी जाहिर की चिंता
2014 में जून महीने का औसत तापमान 41.4 डिग्री, जो इस बार अभी से 41 डिग्री पर पहुंच गया है। मौसम विभाग के प्रमुख डॉ. पांडेय के अनुसार वर्ष 2023 अब तक सबसे अधिक गर्म वर्ष माना जा रहा है। बताया कि इसे लेकर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भी चिंता जाहिर की है। मौसम में इस तरह के बदलाव का सबसे ज्यादा असर फसलों और लोगों पर पड़ेगा । उन्होंने बताया कि दिन के साथ रात का औसत तापमान बढ़ना और चिंताजनक है। इससे बीमारियां बढ़ने की आशंका है।
बताया कि 21 जून को लखनऊ में प्रदेश भर के सभी मौसम विशेषज्ञों की एक बैठक बुलाई गई है।इसमें औसत तापमान में हो रही लगातार बढ़ोत्तरी को लेकर चर्चा की जाएगी। समाधान खोजा जाएगा कि ऐसे में किस तरह के बीज का प्रयोग किया जाए, जिससे किसानों को उनकी फसलों का सही उत्पादन मिल सके। इसके साथ ही ऐसे मौसम में किस तरह से बचाव किया जा सकता है, इसके लिए सुझाव भी दिए जाएंगे। वर्ष 2023 के शुरुआत से ही मौसम में काफी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। जलवायु परिवर्तन की वजह से इस बार महानगर क्षेत्र में तापमान पिछले वर्षों की अपेक्षा बढ़ा है। यही वजह है कि इस बार ठंड का मौसम भी अधिक समय तक नहीं रहा। गर्मी समय से पहले शुरू हो गई। तापमान के साथ हवा में नमी इस बार अपेक्षाकृत अधिक होने से उमस से भी लोग परेशान हो रहे हैं। बारिश भी अलग-अलग क्षेत्रों में हुई।