संसद में घुसपैठ के मास्टरमाइंड ललित मोहन झा ने गुरुवार रात दिल्ली पुलिस थाने में सरेंडर कर दिया है। पुलिस ने ललित को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों ने बताया कि ललित एक व्यक्ति के साथ दिल्ली के कर्तव्य पथ पुलिस स्टेशन पहुंचा। उसे मामले की जांच कर रही पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दिया गया।
वहीं, 13 दिसंबर को संसद में घुसपैठ करने वाले दो आरोपियों और उनके दो सहयोगियों को गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने चारों को 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। चारों आरोपियों के खिलाफ UAPA की कार्रवाई भी की गई। दिल्ली पुलिस ने कहा है- ये प्लांड अटैक था।
उधर, सुरक्षा में चूक के चलते संसद सचिवालय ने गुरुवार को 8 सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। इनके नाम रामपाल, अरविंद, वीर दास, गणेश, अनिल, प्रदीप, विमित और नरेंद्र हैं।
घटना के बाद पार्लियामेंट के अंदर और बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। गुरुवार को संसद के अंदर जाने वालों की जूते उतरवाकर चेकिंग की गई। इस बीच मेघालय के CM कॉनराड संगमा को मकर द्वार से बिल्डिंग के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। जिसके बाद संगमा अपनी कार से उतरे और शार्दुल द्वार से होते हुए संसद के अंदर गए।
उधर, PM नरेंद्र मोदी संसद पहुंचे और उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक की। मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और अनुराग ठाकुर मौजूद रहे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने पहले ही संसद के बाहर की रेकी कर ली थी। सभी आरोपी एक सोशल मीडिया पेज ‘भगत सिंह फैन क्लब’ से जुड़े थे। लगभग डेढ़ साल पहले सभी आरोपी मैसुरु में मिले थे।
आरोपी सागर जुलाई में लखनऊ से दिल्ली आया था, लेकिन संसद भवन में एंट्री नहीं कर सका था। 10 दिसंबर को एक-एक करके सभी अपने-अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे।
घटना वाले दिन सभी आरोपी इंडिया गेट के पास इकट्ठा हुए, जहां सभी को कलर स्प्रे बांटा गया।
दिल्ली पुलिस ने UAPA के तहत केस दर्ज किया
उधर, दिल्ली पुलिस ने एंटी टेरर और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत केस दर्ज कर लिया। लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर, गृह मंत्रालय ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है। CRPF के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के नेतृत्व में एक जांच कमेटी बनाई गई है। इसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियां और एक्सपर्ट शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि कुल छह आरोपी हैं। दो अंदर घुसे थे, जबकि दो बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। पूछताछ में दो लोगों के नाम सामने आए।
संसद में घुसपैठ से जुड़े अपडेट्स…
- संसद में घुसपैठ को लेकर तेलंगाना विधानसभा में सुरक्षा कड़ी कर दी गई। प्रोटेम स्पीकर अकबरुद्दीन ओवैसी ने निर्देश दिया कि विधानसभा में आने वाले हर व्यक्ति की गहनता से जांच की जाए। साथ ही विधानसभा में एंट्री के लिए कोई नए पास जारी नहीं होंगे।
- महाराष्ट्र विधान परिषद की उपाध्यक्ष नीलम गोरे ने लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन के बाद बुधवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे विजिटर्स को गैलरी पास जारी न करें। राज्य विधानमंडल का शीतकालीन सत्र इस समय नागपुर में चल रहा है।
आतंकी पन्नू ने आरोपियों को 10 लाख देने का ऐलान किया
संसद में घुसपैठ मामले के चारों आरोपियों को खालिस्तानी आतंकी समूह सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के गुरपतवंत सिंह पन्नू ने लीगल एड देने की पेशकश की है। उसने इस मामले में संदेश जारी करते हुए कहा- वह आरोपियों को 10 लाख की कानूनी सहायता देगा। हालांकि पूरे प्रकरण में उसकी संलिप्तता है, इस पर पन्नू ने कोई टिप्पणी नहीं की है।
5 जरूरी कदम, जो अब उठाए…
नई संसद में घुसपैठ के बाद अब सिक्योरिटी प्रोटोकॉल्स में कई बदलाव किए जा रहे…
1. सांसदों, स्टाफ मेंबर्स और पत्रकारों के एंट्री गेट अलग होंगे। विजिटर्स को चौथे गेट से प्रवेश कराया जाएगा।
2. विजिटर पास जारी करने पर अभी रोक लगा दी गई है।
3. दर्शक दीर्घा के चारों ओर ग्लास की शील्ड लगाई जाएगी, ताकि कोई कूदकर सदन के अंदर न आ सके।
4. एयरपोर्ट की तरह बॉडी स्कैन मशीनें लगाई जाएंगी।
5. सुरक्षाकर्मियों की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाएगी।