नई दिल्ली (ईएमएस)। गाजा पट्टी 41 किमी जमीन का वह टुकड़ा है जिसके लिए इजराइल और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास द्वारा युद् किया जा रहा है। हमास द्वारा इजरायल में किए गए हमले के बाद अभी तक दोनों तरफ से सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। इजरायली पीएम नेतन्याहू के जंग के ऐलान के बाद इजरायल की सेना और वायुसेना हमास आतंकियों को सबक सिखा रही है। उस गाजा पट्टी पर लगातार राकेट से हमले जारी है जिसे लेकर इजरायल हमेशा से आक्रामक रहा है। दरअसल गाजा पट्टी, इज़राइल, मिस्र और भूमध्य सागर के बीच बसा एक छोटा सा क्षेत्र है जिसे दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में भी जाना जाता है। आतंकी इस्लामी फिलिस्तीनी संगठन हमास गाजा से ही इजरायल पर हमले कर रहा है। गाजा पट्टी लगभग दस किलोमीटर चौड़ा और 41 किलोमीटर लंबे क्षेत्र है और यहां 20 लाख से अधिक लोग रहते हैं। इसका मतलब है कि प्रति वर्ग किलोमीटर औसतन लगभग 5,500 लोग लोग रहते हैं।
वहीं इजरायल की बात करें तो यहां औसत जनसंख्या घनत्व लगभग 400 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, जिससे आप समझ सकते हैं कि गाजा में कितनी घनी आबादी रहती है। गाजा पट्टी में रहने वाले लोग फ़िलिस्तीनी हैं। इसमें रहने वाले लोगों में यहां के मूल निवासी और शरणार्थी दोनों शामिल हैं। शरणार्थी यहां 1948 में इजरायल की स्थापना और उसके बाद इजरायलियों और फिलिस्तीनियों के बीच हुए सैन्य संघर्ष के बाद भागकर आ गए थे। यहां रहने वाले अधिकांश लोग उत्तर में, विशेषकर गाजा शहर में रहते हैं। यहां की जनसंख्या बहुत युवा है, लगभग 40% जनसंख्या 15 वर्ष से कम आयु की है। पूर्वी यरुशलम के साथ वेस्ट बैंक की सीमा इज़राइल, मृत सागर और जॉर्डन से जुड़ी हुई है। यह गाजा पट्टी बिल्कुल अलग है। यहां पर फतह पार्टी का शासन है जो फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन का सबसे मजबूत गुट है, जो इजरायल के अस्तित्व के अधिकार को मान्यता देता है और अधिकांश पश्चिमी देशों द्वारा इसे फिलिस्तीनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले के रूप में देखा जाता है।
फिलिस्तीन और कई दूसरे मुसलमान देश इजराइल को यहूदी राज्य के रूप में मानने से इनकार करते हैं। 1947 के बाद जब यूएन ने फिलिस्तीन को यहुदी और अरब राज्य में बांट दिया था जिसके बाद से फिलिस्तीन और इजरायल के बीच संर्घष जारी है। इजरायल ने 25 सालों तक इस गाजा पट्टी पर कब्जा बनाए रखा, लेकिन दिसंबर 1987 में गाजा के फिलिस्तिनियों के बीच दंगों और हिंसक झड़प ने एक विद्रोह का रूप ले लिया। सितंबर 2005 में इजराइल ने क्षेत्र से पलायन पूरा कर लिया और गाजा पट्टी पर नियंत्रण को फिलिस्तीनी अथॉरिटी (पीए) को सौंप दिया। हालांकि, इजरायल ने क्षेत्ररक्षा और हवाई गश्त जारी रखी। 2007 से गाजा पट्टी पर उग्रवादी इस्लामी समूह हमास का शासन है। हमास इज़रायल के साथ शांति प्रक्रिया को अस्वीकार करता है, यही वजह है कि उसने 7 अक्टूबर को अब तक का सबसे भीषण हमला किया है।