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26 जनवरी तक उप्र के सभी ग्राम पंचायतों एवं नगरीय क्षेत्रों तक पहुंचेगी ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’, जानिए क्या है तैयारी

लखनऊ  (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस औरान मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रव्यापी ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ का शुभारंभ किया गया है। यात्रा के माध्यम से आगामी 26 जनवरी 2024 तक प्रदेश के सभी 57,709 ग्राम पंचायतों एवं 2341 नगरीय क्षेत्रों को कवर किया जाना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि समावेशी विकास के दृष्टिकोण पर आधारित इस यात्रा के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार के लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देश के हर कोने में हर पात्र जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जाने की योजना है। यह यात्रा व्यापक स्तर पर पहुंच बनाने के साथ-साथ नागरिकों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में विगत साढ़े 09 वर्ष का कालखंड एक नए भारत-समृद्ध भारत का स्वरूप गढ़ने वाला रहा है। प्रधानमंत्री ने आजादी के शताब्दी वर्ष (2047) तक भारत को विकसित राष्ट्र बनने की परिकल्पना की है। एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हम सभी को इस परिकल्पना को साकार रूप देने में अपनी भूमिका निभानी होगी।

‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ को लेकर मुख्यमंत्री के प्रमुख निर्देश

● विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत पीएम आवास योजना (ग्रामीण), राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, पीएम किसान, फसल बीमा योजना, पोषण अभियान, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, जनऔषधि योजना और पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना जैसी योजनाओं को शामिल किया जाए। जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में स्किल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन, एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों में नामांकन, छात्रवृत्ति योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए लोगों को लाभान्वित कराया जाना चाहिए।

● यात्रा में आमजन से सीधा संपर्क करने, उनमें जागरूकता पैदा करने और उन्हें स्वच्छता सुविधाएं, आवश्यक वित्तीय सेवाएं, बिजली कनेक्शन, एलपीजी सिलेंडर को सुलभ कराने, गरीबों के लिए आवास, खाद्य सुरक्षा, उपयुक्त पोषण, विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवाएं, स्वच्छ पेयजल इत्यादि जैसी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने के लिए मिशन मोड में काम करने की आवश्यकता है। यात्रा के दौरान होने वाले कार्यक्रमों में उपस्थित नागरिकों को ‘पंच प्रण’ की शपथ भी दिलाई जाए।

● यात्रा के दौरान विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के अनुभव प्राप्त किए जाएं। प्रगतिशील किसानों से संवाद करें, उन्हें सम्मानित करें। आयोजन स्थल पर क्विज प्रतियोगिताएं, स्थानीय खिलाड़ियों का अभिनंदन, स्वास्थ्य शिविर, सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे विभिन्न जन भागीदारी कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।

● विकसित भारत संकल्प यात्रा के लिए रूट आदि का चयन कर लिया जाए। इस संबंध ने राज्य स्तर पर मुख्य सचिव, जनपद स्तर व स्थानीय निकायों में जिलाधिकारी तथा ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम प्रधान के नेतृव में कमेटियां गठित की जा चुकी हैं। जहां कार्यक्रम आयोजित होने हैं, उसकी विधिवत जानकारी पहले से ही क्षेत्रीय जनता को होनी चाहिए, ऐसे में इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए।

● यात्रा की सफलता में लेखपाल, आशा बहू, प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य, पंचायत सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री, पंचायत सहायक, आशा बहू, रोजगार सेवक, पोस्ट मास्टर, बीसी सखी आदि की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यात्रा के लिए ग्रामीण क्षेत्र में कृषि विभाग तथा नगरीय क्षेत्र में नगर विकास विभाग द्वारा नोडल विभाग के रूप में समन्वय का किया जाए।

● विकसित भारत संकल्प यात्रा में सभी सरकारी विभागों की सहभागिता होनी है। कार्यक्रमों में प्रदेश सरकार के मंत्रीगण एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति कराई जाए। विभिन्न लोककल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए सरल शब्दों में प्रकाशित हैंडबिल आदि सामग्री भी वितरित की जानी चाहिए।

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