दुनिया के सबसे बड़े मैदान नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होगा महाघमासान
नई दिल्ली (ईएमएस)। वर्ल्ड कप का आखिरी मुकाबला रविवार 19 नवंबर को होने जा रहा है। मैच की तैयारी अब अपने आखिरी छोर पर है। मेगा इवेंट के लिए दोनों फाइनलिस्ट तय हो चुके हैं। जानकार बता रहे हैं कि 22 गज की वो पट्टी तेज गेंदबाजों के लिए फायदेमंद साबित होगी। क्योंकि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 19 नवंबर को दुनिया के सबसे बड़े मैदान नरेंद्र मोदी स्टेडियम में महाघमासान होगा। बता दें कि इस खिताबी जंग में उस 22 गज की पट्टी को लेकर खूब चर्चा होगी जो वर्ल्ड चैंपियन देने वाली है। भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच हुए सेमीफाइनल मैच में पिच एक बड़ा मुद्दा रहा है। अहमदाबाद के इस मैदान की पिच के मिजाज की बात करें तो नरेंद्र मोदी स्टेडियम में अभी तक इस वर्ल्ड कप में 4 मुकाबले खेले जा चुके हैं। जिसमें अभी तक कोई भी टीम 300 का आंकड़ा नहीं छू पाई है। इन 4 मुकाबलों में जिस टीम ने इस मैदान पर सबसे ज्यादा स्कोर खड़ा किया वो ऑस्ट्रेलिया ही है। कंगारू टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ 286 रन ठोके थे और शानदार जीत दर्ज की थी। वहीं, टीम इंडिया की बात करें तो भारत ने पाकिस्तान को इस मैदान पर टक्कर दी थी। भारत ने पाक को महज 191 रन पर समेट दिया था और 183 गेंद में ही जीत दर्ज कर ली थी।
अब अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस पिच पर गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों को ही मदद मिलती है। अहमदाबाद की पिच दोनों टीमों के लिए बराबरी की मददगार साबित हो सकती है। इस पिच पर नई गेंद से तेज गेंदबाजों को फायदा मिलता है। ऐसे में टीम इंडिया में तेज गेंदबाजों की तिकड़ी ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के पास स्टार्क, कमिंस और हेजलवुड भारत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। कुछ समय के बाद अहमदाबाद की पिच स्पिनर्स के लिए मुफीद रहती है। पाकिस्तान के खिलाफ स्पिनर्स समेत भारत के 5 गेंदबाजों ने 2-2 विकेट अपने नाम किए थे। वहीं, ऑस्ट्रेलिया की तरफ से इंग्लैंड के खिलाफ इस पिच पर एडम जाम्पा ने 3 विकेट झटके थे जबकि 3 तेज गेंदबाजों के खाते में 2-2 विकेट आए थे।