अयोध्या (ईएमएस)। अयोध्या में जहां अनुष्ठान के पांचवे दिन 1265 किलो का लड्डू हैदराबाद से बनकर पहुंच गया है, वहीं रामलला की प्रतिमा को लेकर जांच की मांग की जा रही है। दरअसल जिस प्रतिमा का चित्र वायरल हुआ है, उसमें आंखों पर पट्टी नहीं है, लेकिन मंदिर में अभी प्रतिमा का अनावरण ही नहीं हुआ है, ऐसे में यह तस्वीर कैसे वायरल हो रही है। भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए हैदराबाद से 1265 किलो का लड्डू का प्रसाद अयोध्या पहुंचा है। इस लड्डू को तैयार करने वाले श्रीराम केटरिंग सर्विस के एन नागाभूषणम ने कहा कि भगवान ने मेरे परिवार और व्यापार को आशीर्वाद दिया है। मैंने प्रतिज्ञा की थी कि जब तक मैं जीवित हूं, प्रत्येक दिन एक किलो लड्डू बनाऊंगा। उन्होंने कहा कि मैं भोजन प्रमाणपत्र भी लाया हूं। ये लड्डू एक महीने तक चल सकते हैं। 25 लोगों ने 3 दिन तक लड्डू तैयार किए। मिली जानकारी के मुताबिक भव्य राम मंदिर में 7 दिनों तक चलने वाले धार्मिक अनुष्ठान का आज 5वां दिन है। राम मंदिर गर्भग्रह में रामलला की मूर्ति को बुधवार को स्थापित कर दिया गया।
रामलला प्रतिमा को लेकर भी जांच की मांग उठ रही है। दरअसल बीते शुक्रवार 19 जनवरी से ही रामलला की प्रतिमा की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वायरल तस्वीर में रामलला की आंखों पर पट्टी बंधी हुई है। इसके अलावा जो तस्वीरें वायरल हो रही हैं उसमें प्रतिमा की आंखों पर पट्टी नहीं बंधी है। इसे लेकर ही जांच की मांग की जा रही है। इस बात को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने से पहले भगवान राम की मूर्ति की आंखें नहीं खोली जा सकतीं। जिस मूर्ति में भगवान राम की आंखें दिखाई दे रही है, वह असली मूर्ति नहीं है। वहीं लोगों का कहना है कि अगर आंखें देखी जा सकती हैं तो आंखें किसने दिखाईं और मूर्ति की तस्वीरें कैसे वायरल होने की भी जांच होनी चाहिए।