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11 घन्टे की दूरी मात्र पांच घन्टे में सिमटेगी : अब गाजियाबाद से सीधे कानपुर फर्राटे भरेंगे वाहन

 

एनएचएआई ने ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट पर शुरू किया काम

11 घन्टे की दूरी मात्र पांच घन्टे में सिमटेगी, प्रोजेक्ट पर 15 हजार करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान

गाजियाबाद  (हि.स.)। मेरठ, दिल्ली और हरियाणा से कानपुर जाने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की नई योजना परवान चढ़ने के बाद लोग गाजियाबाद से सीधे कानपुर तक फर्राटे भर सकेंगे। दरअसल एनएचएआई ने गाजियाबाद टू कानपुर एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है। ग्रीन फील्ड नामक इस प्रोजेक्ट की अलीगढ़ खंड इस एक्सप्रेस-वे की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर रहा है।

380 किमी का यह एक्सप्रेस-वे गाजियाबाद और कानपुर की बीच की दूरी को समेटकर साढ़े पांच घंटे की कर देगा। अभी गाजियाबाद से कानपुर की यात्रा करने में करीब 11 घंटे का समय लगता है। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे पर 15 हजार करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। शुरूआत में यह एक्सप्रेस-वे केवल चार लेन का होगा, हालांकि भूमि अधिग्रहण आठ लेन वाले एक्सप्रेस-वे के हिसाब से किया जाएगा।

अधिकारियों का कहना है कि प्रस्तावित यह एक्सप्रेस वे गाजियाबाद और हापुड़ को कनेक्ट करेगा और सीधे कानपुर रिंग रोड पर ले जाकर मिला देगा।

एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक गाजियाबाद से कानपुर तक प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे को दिल्ली – मेरठ एक्सप्रेस-वे के साथ ही ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से कनेक्ट करते हुए मसूरी से शुरू किया जाएगा। आगे जाकर एक्सप्रेस-वे हापुड़ बाईपास पर फिर कनेक्ट होगा, ताकि गाजियाबाद के अलावा मेरठ, दिल्ली और हरियाणा की ओर से आने वाले वाहन भी सीधे एक्सप्रेस-वे पर जा सकें। हापुड़ बाईपास पर कनेक्टिविटी देकर गढ़, गजरौला और अमरोहा की ओर से आने वाले वाहनों को भी एक्सप्रेस-वे का एक्सेस मिल सकेगा। मेरठ की ओर से आने वाले वाहनों को भी हापुड़ बाईपास पर कनेक्ट होना आसान होगा।

अधिकारियों का कहना है कि एक्सप्रेस-वे के साथ अंडरपास, फ्लाईओवर और सर्विस रोड की भी व्यवस्था रहेगी ताकि स्थानीय लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। गाजियाबाद और हापुड़ के बाद एक्सप्रेस-वे से गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फरुखाबाद, कन्नौज, कानपुर और उन्नाव जैसे जिलों को जोड़ेगा।

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