सहरसा, (हि.स.)। कोसी क्षेत्र के चर्चित ज्योतिषाचार्य पंडित तरुण झा के अनुसार श्रावण मास का पहला सोमवार 10 जुलाई को है। श्रावण सोमवार के व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है।श्रावण सोमवार व्रत के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा विधि विधान से की जाती है।सोमवार का व्रत करने से सुख,समृद्धि और उन्नति की मनोकामना पूरी होती है।
श्रावण के पहले सोमवार के दिन बुधादित्य योग का संयोग बन रहा है।श्रावण को मनोकामना पूर्ति का महीना कहा जाता है। क्योंकि त्रिदेव में शिव ही ऐसे देवता है जिनकी सच्चे मन से पूजा की जाए तो वह बेहद जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। प. तरुण झा बताते है की श्रावण सोमवार के दिन शिव पूजा जल्द फलित होती है।कई लोग श्रावण के दौरान सोलह सोमवार व्रत भी रखते हैं।
श्रावण मास के दौरान भगवान शिव को जल के साथ-साथ बेलपत्र,धतूरा,शमी की पत्ती आदि चढ़ाना शुभ माना जाता है।इसके साथ ही इस महीने में ही कांवड़ यात्रा आरंभ हो जाती है।इसके साथ ही कुंवारी कन्याएं मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए सोलह सोमवार का व्रत भी आरंभ करती है।श्रावण में इस बार 8 सोमवारी होंगे। जिसमे 4 शुद्ध मास के और 04 मलमास या अधिकमास के होंगे।
शुद्ध मास के श्रावण का व्रत :-
पहला सोमवार व्रत- 10 जुलाई 2023,
दूसरा सोमवार व्रत-17 जुलाई 2023,
तीसरा सोमवार व्रत- 21 अगस्त 2023,
चौथा सोमवार व्रत- 28 अगस्त 2023,