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हिस्ट्रीशीटर ललित कौशिक समेत पांच पर अधिवक्ता से रंगदारी मांगने और धमकी देने का आरोप, केस दर्ज

-हिस्ट्रीशीटर के गुर्गों ने गैरपंजीकृत अखबार का ब्यूरो चीफ, संवाददाता आदि बताकर रंगदारी मांगी, वूसली और धमकी दी

मुरादाबाद, 08 जनवरी (हि.स.)। मुरादाबाद के थाना बिलारी कोतवाली क्षेत्र के राजाबाग कालोनी निवासी अधिवक्ता धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने थाना पुलिस को दी तहरीर में मूढापांडे के पूर्व ब्लॉक प्रमुख और हिस्ट्रीशीटर ललित कौशिक और उसके बिलारी क्षेत्र निवासी गुर्गों पर गैरपंजीकृत अखबार का ब्यूरो चीफ, संवाददाता आदि बताकर रंगदारी मांगने, धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगाए।

अधिवक्ता धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने पुलिस को दी तहरीर बिलारी के पश्चिमी शाहबाद रोड निवासी बेतेन्द्र सिंह उर्फ चेतन चौधरी खुद को एक दैनिक पेपर का ब्यूरो चीफ बताता है। साथ ही उसके साथी राजीव कुमार व विजयवीर स्वयं को संवाददाता और भूरा जाटव कार्यालय सहायक बताते है। धर्मेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार ये चारों अखबार की आड़ में अवैध वसूली करते हैं। साथ ही तमाम अपराधिक गतिविधियों में शामिल रहते हैं। चारों आरोपित बलरामपुर जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर ललित कौशिक को अपने अखबार का संपादक बताकर उसके इशारे पर रंगदारी मांगने का काम करते हैं।

पीड़ित के अनुसार चारों आरोपित कई बार विज्ञापन के नाम पर उससे दस हजार, पांच हजार और 25 हजार रुपये भी ले चुके हैं। न तो उसकी कोई रसीद दी और न ही विज्ञापन कहां छपा यह बताया। धर्मेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार कुछ समय पहले हिस्ट्रीशीटर ललित कौशिक मुरादाबाद कचहरी में पेशी पर आया था। आरोप लगाया कि उसी दौरान ललित कौशिक ने कहा कि हर माह 50 हजार रुपये चेतेंद्र और उसके साथियों को दे दिया कर। साथ ही धमकी दी कि यदि रकम नहीं दी तो तेरा भी हाल सीए और स्पोर्ट्स कारोबारी की तरह होगा। कुल मिलाकर उसने जान से मारने की धमकी दी। धर्मेंद्र का आरोप है कि आरोपितों द्वारा जिस अखबार के नाम पर वसूली की जा रही है उसका पंजीकरण भी नहीं है। इसकी पुष्टि सूचना विभाग ने की है। पीड़ित ने आरोपितों से जानमाल का खतरा बताया है।

मामले में थाना बिलारी कोतवाली एसएचओ बिलारी आरपी शर्मा ने बताया कि तहरीर के आधार पर सोमवार को नामजद आरोपित मूंढापांडे के पूर्व ब्लॉक प्रमुख हिस्ट्रीशीटर ललित कौशिक, चेतेंद्र सिंह उर्फ चेतन चौधरी, राजीव कुमार, विजय वीर, भूरा के खिलाफ धोखाधड़ी, रंगदारी मांगने, धमकी देने समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएगा उसके आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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