कानपुर, (हि.स.)। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र से बुधवार को उत्तर प्रदेश के मौसम में बदलाव हुआ। बुन्देलखण्ड सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकांश जनपदों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हुई। इसके साथ ही हवाओं की दिशाएं बदलने से तापमान सामान्य हो गया और लोगों को भीषण उमस भरी गर्मी से कुछ हद तक राहत मिल सकी। मौसम विभाग का कहना है कि 10 सितम्बर तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने बुधवार को बताया कि दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश तट के पास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम और आसपास के हिस्सों पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके दक्षिण ओडिशा और दक्षिण छत्तीसगढ़ में पश्चिमी दिशा में बढ़ने की उम्मीद है। एक संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
मानसून अब गंगानगर, हिसार, मेरठ, ग्वालियर, जबलपुर और रायपुर से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र तक पहुंच रहा है। एक ट्रफ रेखा उत्तर पश्चिम और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने निम्न दबाव क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से लेकर छत्तीसगढ़ होते हुए दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश तक फैली हुई है। पंजाब और आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा रहा है। इससे उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड, मध्य और पूर्वी क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश आगामी चार दिनों तक होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 33.0 और न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 82 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 73 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं दक्षिण पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 3.5 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 06-10 सितम्बर के मध्य हल्की बारिश होने की संभावना है।