— पोर्टल पर समय से करेंगे डाटा फीडिंग तो बढ़ेगी हेल्थ रैंकिंग व गुणवत्तापूर्ण सेवाएं: डॉ अमित सिंह
वाराणसी (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत शहरी परिवार कल्याण कार्यक्रम को सुदृढ़ीकरण करने के लिए गुरूवार को निजी क्षेत्र की सम्बद्ध चिकित्सा इकाईयों व सेवा प्रदाताओं के साथ समन्वय एवं क्षमता वर्धन की बैठक लहुराबीर स्थित आईएमए सभागार में हुई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी के निर्देशन व ‘दी चैलेंज इनिशिएटिव’ पॉप्युलेशन सर्विसेज़ इंटरनेशनल (पीएसआई) इंडिया के सहयोग से आयोजित बैठक में सभी निजी चिकित्सालयों से कहा गया कि हर माह की 20 तारीख तक हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) पोर्टल पर परिवार नियोजन का डाटा फीड करें । जिससे समस्त डाटा को 25 तारीख तक अपलोड किया जा सके।
बैठक में डिप्टी सीएमओ (एनयूएचएम) डॉ अमित सिंह ने कहा कि सरकारी चिकित्सा इकाईयों के साथ ही निजी चिकित्सालयों में भी परिवार नियोजन सेवाओं की पहुँच व उपलब्धता को और अधिक बढ़ाना है। इसके लिए निजी क्षेत्र के चिकित्सालयों में परिवार नियोजन की सेवा लेने वाले लाभार्थियों की शत-प्रतिशत रिपोर्टिंग व डाटा फीडिंग, हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) पोर्टल पर समय से हो तो जनपद में गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ प्रदान की जा सकेंगी और रैंकिंग में भी सुधार होगा। उन्होंने बताया कि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 (2015-16) की तुलना में एनएफ़एचएस-5 (2019-21) की रिपोर्ट में परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों, परंपरागत साधनों और अनमेट नीड (अपूर्ण जरूरतों) में गुणवत्तापूर्ण सुधार आया है। हैल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में वाराणसी ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया। पहले जहां मिनी लेप्रो और आईयूसीडी सेवा पर ज़ोर दिया जाता था लेकिन अब निजी चिकित्सालयों में बास्केट को च्वोइस (समस्त स्थायी व अस्थायी साधन) पर जोर दिया जा रहा है। पीएसआई इंडिया की कृति पाठक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से निजी क्षेत्र के तहत परिवार कल्याण कार्यक्रम में हुये गुणवत्तापूर्ण सुधार एवं नवीन एचएमआईएस पोर्टल के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में जनपद के 50 निजी चिकित्सालय परिवार कल्याण कार्यक्रम से जुड़े हैं जिसमें 40 अस्पताल ही समय से एचएमआईएस पोर्टल पर डाटा फीड करते हैं। बैठक में नर्सिंग होम एशोसिएशन की अध्यक्ष डॉ कुसुम चंद्रा, डिप्टी सीएमओ (आरसीएच) डॉ एचसी मौर्य, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ एके पाण्डेय, डीपीएम संतोष कुमार सिंह, वित्त एवं लेखा अधिकारी (एनएचएम) आरके मधेशिया, शहरी मंडलीय कंसल्टेंट मयंक राय आदि भी मौजूद रहे।