– वर्ष 2023 में वाराणसी जिले की 46 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित
वाराणसी (हि.स.)। योगी सरकार ने प्रदेश में टीबी के मरीजों को तोहफा दिया है। मरीजों को अब 500 की जगह एक हजार रुपये प्रतिमाह पोषण सहायता की राशि मिलेगी। निक्षय पोषण योजना (एनपीवाई) के माध्यम से मिलने वाली इस सहायता राशि का लाभ सभी नये और पुराने मरीजों को मिलेगा। पोषण सहायता से टीबी की बीमारी और मृत्यु-दर में कमी आएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि अप्रैल 2018 से निक्षय पोषण योजना (एनपीवाई) के तहत राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत सभी टीबी रोगियों को 500 रुपये प्रति माह प्रदान किए जा रहे हैं। यह वृद्धि 1 नवंबर 2024 से लागू हो जायेगी और सभी नए लाभार्थियों के साथ-साथ प्रभावी तिथि के बाद मिलने वाले लाभों पर भी लागू होगी। इस राशि को 3,000 रुपये की दो बराबर किस्तों में दिया जाएगा, जिसमें 3,000 रुपये का पहला लाभ निदान के समय अग्रिम के रूप में दिया जायेगा और 3,000 रुपये का दूसरा लाभ उपचार के 84 दिन पूरे होने के बाद दिया जाएगा। जिन लाभार्थियों के उपचार की अवधि 6 महीने से अधिक है, उन्हें 1,000 रुपये प्रति माह का नया लाभ दिया जायेगा।
जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ पीयूष राय ने बताया कि कुपोषण और टीबी में दो तरफा संबंध हैं। कुपोषण से टीबी रोग के विकसित होने का जोखिम बढ़ जाता है, जबकि टीबी के कारण ऊतक टूटने के कारण कुपोषण की स्थिति और खराब हो जाती है। कुपोषण से टीबी का जोखिम बढ़ता है। टीबी से कमजोरी बढ़ती है, वजन भी घटता है, मरीज की तबीयत भी बिगड़ जाती है। ऐसे में बेहतर पोषण से टीबी मरीजों की मृत्यु-दर में कमी लाने में मदद मिल रही है। टीबी रोगियों में कुपोषण को दूर करने के लिए उपचार के प्रति सजग रहना अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि जनपद में कुल 2568 निक्षय मित्र पंजीकृत हैं। अब तक 12800 पोषण पोटली का वितरण किया जा चुका है और वर्ष 2023 में जिले की 46 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की जा चुकी हैं।