बांदा (हि.स.)। जनपद बांदा में चार दिन पहले उम्र कैद की सजा काटकर आए बालकरन पटेल की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पति की हत्या में पत्नी संलिप्त पाई गई है। जिसके नाजायज संबंध पति के दुश्मन से हो गए थे। जिनके साथ मिलकर पत्नी ने अपने पति की हत्या करवा दी, पुलिस ने सर्विलांस की मदद से घटना का खुलासा करते हुए पत्नी और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि 23 अगस्त की रात्रि में थाना बिसंडा क्षेत्र के कैरी में एक व्यक्ति की अज्ञात बदमाशों द्वारा उसके घर में सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में थाना बिसंडा पर अभियोग पंजीकृत करते हुए मामले को जल्द खुलासे एवं अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे थे। पुलिस द्वारा जांच में पाया गया मृतक बालकरन ने अक्टूबर 2005 में गांव के ही राजाराम पटेल की हत्या कर दी थी, जिस मामले में वह आजीवन कारावास की सजा काटकर जनवरी 2023 में घर आया था। सजा की अवधि के दौरान बालकरन की पत्नी संतोषिया का संबंध मृतक राजाराम के भाई राजकुमार से हो गया था। जेल से आने के बाद बालकरन अपनी पत्नी संतोषिया को प्रताड़ित करता था तथा उस पर चरित्रहीन होने का लांछन लगाता था।
बालकरन की हत्या के बाद पुलिस द्वारा घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया तो पाया गया कि घटनास्थल तथा जिस स्थान पर शव बरामद हुआ है, दोनों अलग-अलग है। मुख्य घटनास्थल पर ताजी लिपाई करके साक्ष्यों को मिटाने का प्रयास किया गया था। इस पर पुलिस का शक मृतक की पत्नी संतोषिया की ओर गया। संतोषिया से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह अपने पति बालकरन से परेशान थी तथा उसका संबंध दुश्मन राजकुमार से था तथा वह अपने भाई की हत्या का बदला लेना चाहता था। दोनों ने मिलकर कई बार बालकरन की हत्या की योजना बनाई, परन्तु सफल न हो सके।
कुछ दिन पहले बालकरन की पास के ही रामनरेश उर्फ पंचा से बकरा घुसने को लेकर विवाद हो गया था तथा पंचा भी अपना बदला लेना चाहता था। योजना के मुताबिक घटना वाली रात्रि में जब बालकरन अपने घर में छप्पर के नीचे चटाई डालकर सो रहा था तो इसी दौरान उसकी पत्नी संतोषिया ने राजकुमार को फोन करके उसे बुला लिया। राजकुमार अपने भतीजे राजेश पटेल व एक अन्य व्यक्ति पंचा को लेकर दरवाजे पर आ गया। संतोषिया ने दरवाजा खोलकर तीनों को अन्दर बुला लिया। तीनों मिलकर गोली मारकर बालकरन की हत्या कर दी और शव को उठाकर पास ही हैंडपंप के पास रख दिया। जब तीनों अभियुक्त वहां से चले गये तो संतोषिया ने घर का दरवाजा बन्द कर चटाई को जलाकर राख नाली में फेंक दी तथा उस स्थान की लिपाई कर दी । सर्विलांस की मदद् ट्रेस करने पर पाया गया कि बालकरन की पत्नी संतोषिया की लगातार बातचीत अभियुक्त राजकुमार से होती थी। पुलिस द्वारा संतोषिया को उसके घर से तथा अभियुक्तों राजकुमार व रामनरेश को कैरी मोड़ को पास से गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए अभियुक्त राजकुमार के कब्जे से 12 बोर का तमंचा और रामनरेश उर्फ पंचा के पास से 315 बोर का तमंचा बरामद किया गया।