नई दिल्ली(ईएमएस)। शिवसेना में उद्धव गुट के नेता संजय राउत विवादित बयान देने में माहिर हो गए है। उन्होनें एक नहीं बल्कि कई ऐसे बयान दिए हैं जिसकी वजह से विवाद की स्थिति निर्मित हुई है। बात घर की घर में हो तो दबी ढकी रहती है,लेकिन जब दूसरे देश में पहुंच जाए तो चिंता का विषय हो जाता है। हाल ही में राउत ने अपने एक्स पर यहूदियों को लेकर एक पोस्ट लिखी थी।
जब तक उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट की तब तक 2 लाख 93 हजार लोग उसे देख चुके थे। यहूदियों को लेकर दिए गए बयान पर इजराइल ने कड़ी आपत्ति जताते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और विदेश मंत्रालय को चिट्टी लिखकर शिकायत दर्ज कराई है। इजरायली दूतावास ने यहूदियों पर की गई गलत टिप्पणी को लेकर विदेश मंत्रालय और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को कड़े शब्दों में एक पत्र लिखा है। पत्र में इजरायली दूतावास ने शिवसेना नेता संजय राउत की शिकायत की है, क्योंकि राउत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यहूदी विरोधी ट्वीट लिखा थी। राजनीयिक सूत्रों के मुताबिक, दूतावास चाहता है कि राउत को बताया जाए कि उनके पोस्ट ने उस देश को किस तरह से आहत किया है जो हमेशा भारत के साथ खड़ा रहा है। दरअसल, 14 नवंबर को संजय राउत ने गाजा अस्पताल में गंभीर स्थिति पर एक ट्वीट किया था।
हिंदी में उन्होंने अपनी टिप्पणी करते हुए लिखा था कि अब उन्हें समझ में आया कि हिटलर यहूदियों से इतनी नफरत क्यों करता था। हालांकि बाद में राउत ने ट्वीट हटा दिया था, लेकिन तब तक इजरायली अधिकारियों ने उसका स्क्रीनशॉट ले लिया था। ट्वीट डिलीट होने से पहले 293,000 से अधिक बार देखा जा चुका था। सूत्रों ने मीडिया को बताया कि उन्होंने इस पोस्ट को भारत सरकार को भेजे अपने मेल के साथ अटैच भी किया था। रिपोर्ट के मुताबिक,पत्र में इजराइलियों ने इस बात पर हैरानी व्यक्त की थी कि एक भारतीय सांसद उस तरह के यहूदी विरोध में शामिल होगा जो भारत में पहले कभी नहीं देखा गया। अक्टूबर में हमले की शुरुआत से ही राऊत इजराइल-हमास युद्ध के बारे में बहुत मुखर रहे हैं। पिछले महीने, उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा की तुलना आतंकवादी समूह से की थी और बाद में कहा था कि भारत इजरायल का समर्थन कर रहा है क्योंकि उसने नरेंद्र मोदी सरकार को पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर की आपूर्ति की थी।