वाराणसी, 28 अगस्त (हि.स.)। सावन माह के आखिरी सोमवार पर काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दरबार में जलाभिषेक और दर्शन पूजन के लिए पहुंचे कांवरियों व श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की गई। मंदिर के अंदर और बाहर कतारबद्ध शिवभक्तों पर शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी और मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा के नेतृत्व में अफसरों और विशिष्ट जनों ने कतारबद्ध शिवभक्तों पर गुलाब की पंखुड़ियां बरसाई। बाबा दरबार में भव्य स्वागत, सत्कार से आह्लादित श्रद्धालु हर-हर महादेव के उद्घोष से खुशी जताते रहे। अन्तिम सोमवार पर बाबा के दरबार में भीड़ के बेहतर प्रबंधन के चलते पूर्वांह दस बजे तक तीन लाख 25 हजार श्रद्धालु दर्शन पूजन कर चुके थे। सावन के अन्तिम सोमवार को 06 लाख से अधिक श्रद्धालुओें के दर्शन पूजन का अनुमान है।
गौरतलब हो कि सावन के पहले सोमवार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हेलीकॉप्टर से शिवभक्तों पर पुष्प वर्षा की गई। पुलिस लाइन हेलीपैड से मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा, पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन और जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने उड़ान भरी। हेलीकाप्टर लगभग 15 मिनट तक विश्वनाथ कारिडोर के ऊपर मंडराता रहा और भक्तों पर गुलाब की पंखुड़ियों की बारिश होती रही
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सावन के आठों सोमवार पर शिवभक्तों पर अफसरों और जन प्रतिनिधियों ने पुष्प वर्षा की। अन्तिम सोमवार पर बाबा विश्वनाथ दरबार को फूलों के वंदनवार से सजाया गया है। शाम को दरबार में बाबा का रूद्राक्ष से विशेष श्रृंगार होगा। सावन के अंतिम सोमवार को ट्रालियों, टेंपो, ट्रैक्टरों पर सजी बाबा की मोहक झांकियों को लेकर कांवरियों की टोलियां रात आधी रात से ही शहर में आ रही है। कंधे पर रंग-बिरंगी कांवड़ लिए कंवरिया बोल बम… के जयकारे लगाते हुए मंदिर में पहुंच रहे हैं।
श्रद्धालुओं के लिए ज्ञानवापी से चौक की तरफ और दूसरी ज्ञानवापी से गदौलिया की तरफ बैरिकेडिंग कराई गई है। बैरिकेडिंग में खड़े श्रद्धालु हर-हर महादेव और हर-हर बम-बम का जयकारा लगाते मंदिर की तरफ बढ़ रहे हैं। मंदिर प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं के लिए सुगम दर्शन की व्यवस्था की गई है। मंदिर में श्रद्धालु चारों द्वार से बाबा का झांकी दर्शन कर रहे है और वहां लगे जलधारी में जल व मदार व बेलपत्र आदि चढ़ाते हुए शीश नवा रहे है। श्रद्धालु जिस रास्ते से मंदिर में प्रवेश कर रहे है, उन्हें उसी रास्ते से निकास कराने की व्यवस्था बनाई गई है। मंदिर में दर्शन मंगला आरती के बाद शुरू हुआ और श्रद्धालुओं की संख्या दिन चढ़ने के साथ ही बढ़ती जा रही है। देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं का दरबार में आगमन हो रहा है।
—सावन के अंतिम सोमवार को हजारों श्रद्धालुओं ने लिया गंगा निर्मलीकरण का संकल्प
सावन माह के अंतिम सोमवार को नमामि गंगे ने दशाश्वमेध घाट पर गंगा निर्मलीकरण का आवाह्न किया। गंगा स्नान के लिए घाट पर उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को स्वच्छता का संकल्प दिलाया। राष्ट्रध्वज, स्वच्छता स्लोगन लिखी तख्तियां, कपड़े के झोले लेकर लोगों को जागरूक किया गया । ‘आओ घर-घर अलख जगाएं- मां गंगा को निर्मल बनाएं’ व ‘सबका साथ हो गंगा साफ हो’ के उद्घोष के बीच मां गंगा की आरती उतारी गई। गंगा किनारे की गंदगी को साफ किया गया। सफाई में श्रद्धालुओं ने भी हाथ बंटाया। पॉलिथीन मुक्त काशी व गंगा घाट की अपील करते हुए कपड़े के झोले का वितरण किया गया । नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से दशाश्वमेध घाट पर हजारों की संख्या में मौजूद स्नानार्थियों से पॉलीथिन का उपयोग न करने की अपील की ।