6 फर्जी मेट्रोमोनियल वेबसाईट सहित 6 कॉल सेंटर का मेनेजर गिरफ्तार
– शादी कराने का झांसा देकर अब तक 500 लोगों के साथ कर चुका है धोखाधड़ी
– इण्डियन रॉयल मैट्रिमनी, सर्च रिश्ते, ड्रीम पार्टनर इंडिया, 7 फेरे मैट्रिमनी, संगम विवाह और माय शादी के नाम से चलाता था वेबसाइट
भोपाल(ईएमएस)। सायबर क्राईम भोपाल की टीम ने 6 फर्जी मेट्रोमोनियल वेबसाईट ओर 6 कॉल सेंटर तैयार कर लोगों के साथ शादी कराने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले बिलासपुर (छत्तीसगढ़) के कॉल सेंटर मैनेजर को गिरफ्तरार करने में सफलता हासिल की है। आरोपियो द्वारा इण्डियन रॉयल मैट्रिमनी, सर्च रिश्ते, ड्रीम पार्टनर इण्डिया, 7 फेरे मैट्रिमनी, संगम विवाह एवं माय शादी प्लानर नाम से फर्जी मैट्रिमोनियल वेबसाईट तैयार कर लोगो को अपने जाल में फंसाते थे। गिरोह द्वारा अलीगढ़, बनारस, और बिलासपुर छत्तीसगढ़ में कॉल सेंटर का संचालन किया जा रहा था। पकड़ा गया आरोपी इन सभी कॉल सेंटरों के मैनेजमेंट का काम करता है। शातिर आरोपी पुलिस से बचने के लिये कई राज्यों में स्थान बदल-बदल कर फर्जी कॉल सेंटरों का संचालन करने के साथ ही लोगों से कम रकम की ठगी करते थे, जिससे पीड़ित पुलिस में शिकायत न करें। पूछताछ में आरोपी द्वारा अब तक करीब 500 लोगों के साथ धोखाधड़ी किये जाने की बात बताई है। एडीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि टीम द्वारा फरियादी आनंद कुमार दीक्षित के साथ शादी कराने के नाम पर 1 लाख 50 हजार की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के मुख्य आरोपी को भोपाल से गिरफ्तार किया गया है।
-ऐसे की थी ठगी
बीती 4 मई को फरियादी भोपाल निवासी आनंद कुमार दीक्षित (47) ने लिखित शिकायती आवेदन देते हुए बताया था कि फेसबुक पर संगम विवाह मेट्रोमनी की ऐड देखकर क्लिक करने पर उनको व्हाट्सएप में चैट के जरिये कई लड़कियों के फोटोज भेजे गये। फोटो सिलेक्ट करने के बाद कॉल सेंटर की लड़कियों द्वारा उनसे बात कर उनकी पसंद की लड़की से शादी कराने का झांसा देकर कागज तैयार करने, वकील की फीस, होटल का किराया , मंगल सूत्र खरीदने, शगुन , पंडित व अन्य नाम से करीब 1 लाख 50 हजार की ठगी कर ली गई। जांच के बाद थाना क्राईम ब्रांच ने मामला कायम कर आरोपियो की तलाश शुरु की।
-ऐसे दबोचा आरोपी को
जालसाजी के बाद फरियादी की शिकायत राष्ट्रीय सायबर क्राईम रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीसीआरपी) पर की गयी थी जिसका ट्रेल में बैंक खाता बंद हो गया था, जिसको खुलवाने के लिए आरोपी हरीश भारद्वाज पिता सुखसागर भारद्वाज (24) स्थाई पता बिलासपुर छत्तीसगढ़, वर्तमान निवासी, वाराणसी, उत्तर प्रदेश सायबर क्राईम भोपाल आया। जिससे धोखाधड़ी के मामले में पूछताछ की गयी। पुलिसिया अंदाज में हुई पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने 6 फर्जी मैट्रिमोनियल बेवसाईट तैयार लोगो के साथ ठगी की है। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से अपराध में इस्तेमाल किये जाने वाले 2 मोबाईल फोन जप्त किये गये है।
-ऐसे फंसाते थे जाल में, कॉल सेंटर की लड़कियो को देते थे 10 हजार सैलरी
अधिकारियो ने बताया कि आरोपी हरीश अपने फरार साथी के साथ मिलकर फर्जी तरीके से 6 मैट्रिमोनियल बेवसाईट तैयार कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पेज तैयार कर इनके एड देते है। एड में इंटरनेट से लड़की की फोटो डाउनलोड कर उसका फर्जी बायो डाटा तैयार कर वहीं फोटो अपने ग्राहक को भेज देते है। कस्टमर द्वारा फोटो सिलेक्ट करने के बाद उससे रजिस्ट्रेशन की फीस लेकर लड़की का मोबाईल नंबर शेयर कर देते थे। उस नंबर पर बात करने वाली लड़की कॉल सेंटर की होती है। वहीं लड़की शादी की शॉपिंग, शादी के कागज तैयार करने, वकील की फीस व होटल का किराया व मंगल सूत्र खरीदने , शगुन , पंडित की फीस ओर शादी की प्लानिंग के नाम पर रूपये ऐंठ लेती। टेलीकॉलर वाली लड़कियों के 8-10 हजार रूपये महीना सैलरी दी जाती है।