देवताओं में शनि देव सबसे गुस्सैल देवता माने गए हैं, ऐसा बताया जाता है कि शनिदेव किसी भी एक राशि में पूरे ढाई साल के लिए विराजमान रहते हैं, अगर हम ज्योतिष शास्त्र के अनुसार देखें तो ऐसा बताया जाता है कि किसी भी व्यक्ति के अच्छे और बुरे दिन की शुरुआत होने से पहले शनिदेव उनको कुछ ना कुछ संकेत अवश्य देने लगते हैं, शनि देव को न्यायधीश की उपाधि दी गई है यह हमेशा व्यक्ति के कर्मों के अनुसार ही फल प्रदान करते हैं, ऐसा माना जाता है कि प्रकृति भी शनि देव के शुभ और अशुभ प्रभाव के लक्षण व्यक्ति को अवश्य देने लगती है, अगर आपके जीवन में कुछ बुरा होने वाला होता है तो आपको इसके संकेत पहले मिलने लगते हैं परंतु जानकारी के अभाव में लोग अक्सर इन संकेतों को पहचान नहीं पाते हैं जिसकी वजह से उनकी परेशानी और अधिक बढ़ जाती है।
शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या होने पर हर व्यक्ति के जीवन में कुछ ना कुछ बदलाव अवश्य आते हैं, आपके जीवन में यह बदलाव अच्छा है या बुरा? यह सभी बातें आपकी जन्मकुंडली के ऊपर निर्भर निर्धारित करती है, आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से आपके बुरे दिन आने से पहले शनिदेव आपको किस तरह का संकेत देने लगते हैं इस विषय में जानकारी देने वाले हैं।
शनिदेव बुरे दिन आने से पहले देते हैं यह संकेत
अगर घर परिवार के सदस्य और भाई बहनों के साथ किसी प्रकार के वाद विवाद होने लगे तो समझ लेना चाहिए कि आपके जीवन में कुछ बुरा होने वाला है।
बुरा समय आने से पहले प्रॉपर्टी से संबंधित वाद विवाद होने लगते हैं।
कई बार आप लोगों ने देखा हुआ कि आपको किसी ना किसी वजह से कर्ज लेना पड़ जाता है परंतु अगर आप अपना कर्ज उतारने में सक्षम नहीं हो पाते हैं तो यह बुरे दिनों के संकेत माने गए हैं।
अक्सर लोग कई ऐसे मामलों में फंस जाते हैं जिसके कारण उनको कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने पड़ जाते हैं तो इस स्थिति में आपके जीवन में बुरा समय आने वाला होता है।
अगर आप किसी अच्छी जगह पर नौकरी या अपना कामकाज कर रहे हैं परंतु आपका अचानक से ही किसी अनचाही जगह पर ट्रांसफर हो जाता है तो यह बुरे दिनों के संकेत माने गए हैं इसके अलावा आपके प्रमोशन में अगर कोई बाधाएं उत्पन्न हो रही है तो यह बुरे दिनों के आगमन का संकेत है।
अगर आपको अचानक से ही नौकरी से निकाला जाता है तो आपको समझ लेना चाहिए कि आपके जीवन में बुरे दिन आने वाले हैं।
अगर कोई व्यापारी है और उसकी लाख कोशिश करने के बावजूद भी उसके व्यापार में मुनाफा नहीं हो पा रहा है, हर संभव कोशिश करने के बाद भी उसका व्यवसाय मंदा चल रहा है तो यह बुरे दिनों के संकेत माने गए हैं।
अगर किसी व्यक्ति को बुरी संगति या बुरी लत लग जाती है तो यह बुरे समय का संकेत माना जाता है।
अगर किसी व्यक्ति को हर समय झूठ का सहारा लेना पड़ रहा है तो यह बुरे समय का संकेत होता है।