जयपुर (हि.स.)। कालवाड थाना इलाके में एक विवाहिता ने पारिवारिक क्लेश से तंग आकर अपनी दो बेटियों को फंदे पर लटका दिया और फिर खुद भी फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि गनीमत यह रही की छोटी बेटी का हाथ फन्दे में फंस गया जिसके रोने की आवाज सुन पिता ने दरवाजा तोड़ कर उसे फन्दे से निकाल उसकी जान बचा ली। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मां-बेटी शवों को पोस्टमार्टम के लिए कांवटिया अस्पताल के मुर्दाघर में भिजवाया। जहां उनका पोस्टमार्टम कर परिजनों के हवाले कर दिया गया। इधर मृतका के परिजनों ने दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में मामला दर्ज करवाया।
थानाधिकारी रविन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि मंगलवार देर पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि थाना इलाके में स्थित निठर वालों की ढाणी के रामला का बास गांव में एक महिला ने बच्चों के साथ सुसाइड कर लिया है। मौके पर सुनीता देवी (30) पत्नी मुकेश निठरवाल और उसमा (4) मृत मिले और साथ ही छोटी बेटी तविशा (2) जिंदा मिली। एफएसएल की टीम को मौके पर बुला कर जांच होने के बाद शवों को कांवटिया अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया। इधर मृतक सुनीता के माता-पिता की ओर से कालवाड़ थाने में पति मुकेश निठरवाल सहित ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और हत्या करने का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने दर्ज कर जांच में जुटी है।
पुलिस ने बताया कि सुनीता और मुकेश की शादी साल 2018 में हुई थी। मुकेश टैक्सी चलाने का काम करता है। इन दोनों की दो बेटियां हैं। सुनीता के परिजनों का आरोप है कि पिछले कई सालों से मुकेश और उनके परिवार को लोग दहेज के लिए बेटी को प्रताड़ित और मारपीट किया करते थे। इस संबंध में कई बार दोनों परिवारों के बीच बातचीत भी हुई। उसके बाद भी आए दिन बेटी पति की शिकायत करती थी। इन सभी प्रताड़ना से परेशान होकर मंगलवार रात को सुनीता ने बच्चियों के साथ आत्महत्या की।