– श्री काशी विश्वनाथ धाम में हुआ ध्वजारोहण, राष्ट्रीयता से ओत-प्रोत दिखा गंगद्वार
वाराणसी, (हि.स.)। 77वें स्वतंत्रता दिवस पर काशीपुराधिपति की नगरी में राष्ट्रीयता और धर्म का अद्भुत संगम देखने को मिला। जश्ने आजादी के वर्षगांठ पर बाबा विश्वनाथ का तिरंगे से श्रृंगार किया गया। श्री काशी विश्वनाथ धाम में ध्वजारोहण किया गया। धाम का गंगद्वार भी राष्ट्रीयता से ओतप्रोत दिखा।
इसके अलावा सड़कों पर भी तिरंगा यात्रा का नजारा देखने को मिला तो हर घर तिरंगा देख मन प्रफुल्लित हो उठा। सिगरा स्थित शहीद उद्यान में “सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास-सबका प्रयास” विषयक उत्तर प्रदेश सरकार की विकास प्रदर्शनी एवं “माटी को नमन वीरों को वंदन” कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।
-काशी में केसरिया और तिरंगे की अद्भुत छठा देखने को मिली
श्री काशी विश्वनाथ श्रावण के अपने प्रिय माह में भक्तों को आशीर्वाद दे रहे हैं तो वहीं देश को राष्ट्रीयता का सन्देश भी देते नज़र आये। श्री काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस पर बाबा का तिरंगे से श्रृंगार किया गया। मंदिर प्रशासन ने विश्वनाथ धाम में ध्वजारोहण किया। धाम के गंगा छोर के भव्य द्वार पर लाइट एंड साउंड शो के जरिये तिरंगा का प्रदर्शन किया गया। वहीं, स्वतंत्रता दिवस पर लखनऊ में आयोजित मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण वाराणसी में देखा गया।
काशी की गलियों से लेकर सड़कों तक सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी भवनों सहित प्रमुख चौराहों, तिराहों पर तिरंगा फहराया गया। सिगरा स्थित शहीद उद्यान में “सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास सबका प्रयास” विषयक उत्तर प्रदेश सरकार की विकास प्रदर्शनी एवं “माटी को नमन वीरों को वंदन” कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।
वीर रणबांकुरों का किया गया सम्मान
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने देश के वीर सपूतों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर वीरों का वंदन करने के साथ स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, सशस्त्र सेना, पैरामिलिट्री बल, सशस्त्र पुलिस बल, पुलिस बल के पुरस्कृत वीरों-शहीदों के परिजनों, पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया। मंत्री ने लोगों को पंच प्रण के प्रति संकल्पबद्ध कराया। इस अवसर पर मंत्री ने 20 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों, वीरता एवं शौर्य पदक विजेता वीर सैनिकों को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।