वाराणसी (हि.स.)। जिले में रविवार की शाम अचानक मौसम का तेवर बदल गया। दोपहर बाद पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण शाम को सर्द हवाओं के साथ तेज बारिश से जिन घरों में मांगलिक कार्यक्रम शादी विवाह का आयोजन है उनकी मुश्किलें बढ़ गई। शादी ब्याह के लिए बने शामियाने भी बारिश से टपकने लगे। ग्रामीण अंचल में जहां खेतों में मांगलिक आयोजन के लिए टेंट शामियाने लगाये गये है। वहां कीचड़ और पानी से मेजबान के साथ बाराती भी परेशान दिखे। हालांकि बारिश के लिए मौसम विभाग ने पहले ही जानकारी दे दी थी।
मौसम विशेषज्ञों ने बूंदाबांदी की संभावना जताई थी। रविवार सुबह से ही कभी धूप तो कभी बदली के साथ सर्द पछुआ हवाओं ने लोगों को सिहरन का एहसास कराया। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता की वजह से मौसम का मिजाज शाम से बदल गया। हालांकि पूरे प्रदेश में कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश हुई। मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटे के लिए अलर्ट जारी किया है। सोमवार और मंगलवार को भी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम के बदले तेवर से वाराणसी में शाम 08 बजे तक अधिकतम 22 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस, आद्रता 83 फीसद, हवा की रफ्तार 06 किमी प्रतिघंटा दर्ज की गई। वहीं, शनिवार को अधिकतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस रहा और न्यूनतम तापमान 12.0 रहा जो कि सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस ज्यादा है।
उधर, मौसम को देखते हुए कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि ओले नहीं पड़ते हैं तो यह बरसात सभी फसलों के लिए लाभदायक होगी। राई व सरसों के लिए कुछ नुकसान हो सकता है। ओले पड़ते हैं तो फसलों को नुकसान होगा। गन्ना, सरसों, गेहूं, मटर, गन्ना, सरसों, गेहूं, मटर आदि के लिए बारिश सौगात सरीखी है।