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वाराणसी में भगवान इंद्र ने उपस्थिति दर्ज कराई, वज्रपात की सम्भावना, जानिए बचाव के लिए क्या करें

-जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण ने चेताया, “दामिनी एप” एवं “सचेत एप” को मोबाइल में करें डाउनलोड

वाराणसी  (हि.स.)। जिले में शनिवार देर शाम भगवान इंद्र ने उमस और गर्मी के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। आकाशीय बिजली की चमक के बीच बारिश से उमस कम नहीं हुई। जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण ने एक अगस्त तक जिले में बारिश के साथ वज्रपात की सम्भावना भी जताई है।

अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) वंदिता श्रीवास्तव ने बताया कि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, भारत मौसम विज्ञान राज्य मौसम पूर्वानुमान केन्द्र, लखनऊ के मौसम पूर्वानुमान बुलेटिन में 29 जुलाई से एक अगस्त के मध्य में प्रदेश के अन्य जनपदों के साथ-साथ जनपद वाराणसी में भी वज्रपात होने की सम्भावना है। ऐसे में जान-माल की सुरक्षा के साथ बचाव के आवश्यक उपाय एवं आवश्यक संसाधन/व्यवस्था करना सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने अफसरों से आग्रह किया है। वाराणसी सहित आसपास के जनपदों में वज्रपात की काफी घटनाएं हो रही है। पूर्व में आकाशीय विद्युत से जनपद वाराणसी में भी जनहानि घटित हुई है। उन्होंने वज्रपात की पूर्व चेतावनी/अलर्ट प्रेषित करने वाली एप्लीकेशन “दामिनी एप“ को अपने मोबाइल में डाउनलोड करने की सलाह भी दी। गौरतलब हो कि दामिनी ऐप लगभग 20 कि0मी0 के क्षेत्र में सम्भावित लाइटनिंग अलर्ट का नोटिफिकेशन लगभग 04 घंटे पूर्व प्रेषित करता है, जिससे व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचने तथा बचाव का अवसर प्राप्त हो सकें।

 

-वज्रपात से बचाव के लिए क्या करें

 

रबर सोल के जूते व टायर वज्रपात से सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं, अतः वज्रपात से बचाव के लिए सुरक्षित स्थान पर रहना ही उचित है। बिजली गिरने व चमकने को खिड़की से न देखें, बादलों की गड़-गड़ाहट का तेज व बार-बार होना बडे़ खतरे की सूचना है, बादलों की गड़-गड़ाहट सुनाई देने पर या बिजली चमकती दिखायी देने पर तुरन्त सुरक्षित स्थान पर आश्रय लें। वज्रपात के दौरान बिजली से चलने वाले मुख्य उपकरण जैसे फ्रिज, कम्प्यूटर, टेलीविजन आदि को विद्युत आपूर्ति लाईन से निकाल दें व मोबाईल का उपयोग न करें, वज्रपात के स्थिति में नल से होकर आ रहे पानी का उपयोग न करें, पानी के नल में विद्युत प्रवाह हो सकता है, आपातकालीन सेवाओं का फोन नम्बर पास रखें,रेडियो से मौसम की जानकारी लेते रहें,बिजली चमकने की स्थिति में बाहर खुले में रहना सुरक्षित नहीं है। अतः तुरन्त सुरक्षित आश्रय में जायें। लम्बे पेड़, खम्बों या घातु की वस्तुओं से दूर रहें, यह वज्रपात को आकर्षित करते हैं।

शरीर के बालों का खड़ा होना तथा त्वचा में झुरझुरी महसूस होना बताता है कि आपके आस-पास बिजली गिरने वाली है। वज्रपात के कारण घायल हो गये व्यक्ति को छूना पूर्णतः सुरक्षित है, इससे झटका नहीं लगता है।वज्रपात से घायल व्यक्ति को तत्काल अस्पताल लें जायें,कंक्रीट के फर्श पर न लेटे और कंक्रीट की दीवारों का सहारा न लें, बिजली गिरने के दौरान इनमें करंट प्रवाह हो सकता है,अगर आप तालाब, नदी, नहर तथा खेत में सिंचाई कर रहे हों तत्काल वहॉ से बाहर निकल कर सुरक्षित स्थान पर चलें जायें,बादलों में गड़-गड़ाहट होने पर मोबाइल फोन का प्रयोग न करें, वज्रपात के सन्दर्भ में प्राप्त सही जानकारी को दूसरों तक पहुँचायें। सूचना देने अथवा प्राप्त करने के लिए जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण वाराणसी के फोन नम्बर 0542-2508705 एवं 9140037137 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

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