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लोस चुनाव : खीरी 62 सालों में सिर्फ 4 विजेताओं ने छुआ 50 फीसदी का आंकड़ा

लखनऊ (हि.स.)। 18वीं लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में जिन 13 सीटों पर मतदान होगा,उनमें खीरी सीट भी शामिल है। तराई क्षेत्र की खीरी संसदीय सीट देश में 1957 में हुए दूसरे आम चुनाव के समय अस्तित्व में आई थी। इस सीट पर आम और उप चुनाव मिलाकर 17 सांसद अब तक चुने गए हैं। 67 वर्षों के चुनावी सफर में सिर्फ चार विजेता ही कुल मतदान में 50 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल करने का करिश्मा कर पाए हैं। उल्लेखनीय है कि इस सीट पर सबसे ज्यादा वोट शेयर हासिल करने का रिकार्ड एक महिला प्रत्याशी के नाम दर्ज है।

ऊषा वर्मा को मिले 72.19 फीसदी वोट

8वीं लोकसभा के लिए 1984 में हुए चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ऊषा वर्मा ने जीत हासिल की। ऊषा वर्मा के हिस्से में 279,573 (72.19 प्रतिशत) आए। दूसरे स्थान पर रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कर्ण सिंह के खाते में 43058 (11.12 प्रतिशत) वोट आए। इस चुनाव में खीरी सीट पर 11 प्रत्याशी मैदान में थे, जिनमें 7 निर्दलीय थे। कुल 2387,267 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। खीरी के संसदीय इतिहास में अब तक इस मत प्रतिशत के आंकड़ें को कोई प्रत्याशी छू नहीं पाया है।

बालगोविंद को ने हासिल किए 68.83 फीसदी वोट

1971 के आम चुनाव में खीरी संसदीय सीट से 3 प्रत्याशी मैदान में थे। जिसमें एक निर्दलीय प्रत्याशी था। 175,020 वोटरों ने अपना मताधिकार का प्रयोग कर कांग्रेस प्रत्याशी बालगोविंद वर्मा को जीत का हार पहनाया। बालगोविंद को 68.83 फीसदी वोट मिले। वहीं दूसरे नंबर पर इंडियन नेश्नल कांग्रेस आर्गेनाइजेशन (एनसीओ) प्रत्याशी बंशीधर के खाते में 28.47 फीसदी वोट आए। तीसरे स्थान पर रहे निर्दलीय प्रत्याशी जानकी प्रसाद को मात्र 2.71 फीसदी वोट से संतोष करना पड़ा।

शाह को मिले 60.86 फीसदी वोट

1977 में कांंग्रेस विरोधी प्रचंड लहर में कांग्रेस खीरी सीट से पराजित हुई। भारतीय लोकदल (बीएलडी) प्रत्याशी एस0बी0 शाह को 60.86 फीसदी वोट हासिल हुए। दूसरे स्थान पर रहे कांग्रेस उम्मीदवार बालगोविंद वर्मा के खाते में 34.84 फीसदी वोट आए।

इस चुनाव में खीरी संसदीय सीट से 3 प्रत्याशियों में से 1 निर्दलीय था। 285,610 वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

अजय मिश्रा टेनी को मिले 53.62 फीसीद वोट

2019 के आम चुनाव में भाजपा खीरी सीट से लगातार दूसरी बार जीती। भाजपा प्रत्याशी अजय मिश्र ‘टेनी’ ने सपा की पारुल वर्मा को 2 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था। अजय मिश्रा को 53.62 फीसदी वोट मिले। वहीं सपा प्रत्याशी को 34.38 फीसदी मिले। तीसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी जफर अली नकवी के हिस्से में 8.11 फीसदी वोट आए। इस सीट पर कुल 15 प्रत्याशियों में 4 निर्दलीय थे। 11लाख, 36 हजार, 660 मतदाताओं ने वोट डालकर अपना सांसद चुना था। उल्लेखनीय है कि 2014 के चुनाव में अजय मिश्र ‘टेनी’ भाजपा की टिकट पर यहां से सांसद निर्वाचित हुए थे।

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