मानसिक बीमार था मृतक युवक
गाजीपुर थाना छेत्र की घटना
लखनऊ। राजधानी के गाजीपुर थाना क्षेत्र में बुधवार तड़के चाचा की लाइसेंसी रिवाल्वर से भतीजे ने कनपटी पर गोली मार कर आत्महत्या कर ली। इंटर में फेल होने के बाद से मानसिक बीमार था। एक माह से चाचा के घर रहकर इलाज करा रहा था। फिलहाल पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिये शव भेजा है। डीसीपी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।पुलिस के मुताबिक, मूलत: गाजीपुर जनपद के विश्वेश्वरगंज निवासी शैलेंद्र सिंह व्यवसायी हैं। उनके छोटे भाई सत्येंद्र सिंह इंदिरानगर के हरियरनगर में रहते हैं। शैलेंद्र के मुताबिक, छोटा बेटा प्रत्यूष सिंह (19) दो साल पहले इंटर मीडिएट की परीक्षा में फेल हो गया था। इसके बाद से डिप्रेशन में नशे का आदी हाे गया था। प्रत्यूष का कल्याण सिंह कैंसर अस्पताल से इलाज चल रहा था। हालत में सुधार होने पर वह एक साल पहले बड़े भाई उदित राज सिंह के साथ देहरादून में रह कर पढ़ाई कर रहा था। एक माह पहले तबियत फिर से बिगड़ ने पर इलाज कराने चाचा के घर आया था। तब से यहीं पर था। सत्येंद्र का कहना है कि मंगलवार रात खाना खाकर परिवार के साथ बगल के कमरे में सो रहे थे। जबकि प्रत्यूष दूसरे कमरे में अकेला सोया था। सुबह जब परिजन जागे तो प्रत्यूष के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। कई आवाजें देने के बाद भी जवाब नहीं मिला तो खिड़की से झांक कर देखा। कमरे में प्रत्यूष लहूलुहान पड़ा मिला। दरवाजा तोड़कर उसे निजी डॉक्टर के पास ले गये। जहां मृत घोषित कर दिया। डीसीपी उत्तरी आर अभिजीत शंकर ने बताया पुलिस ने घटना स्थल की जांच कर रिवाल्वर व खोखा कब्जे में लिया है। मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य इकत्रित किये हैं।
गोली सिर के आरपार, चाचा का लाइसेंसी रिवाल्वर
लाइसेंसी पिस्टल चाचा सतेंद्र का था। प्रत्युष की कनपटी में गोली लगी थी। जो सिर के आरपार होकर दीवार में जा धंसी। घटना कितने बजे की है। इसकी जानकारी परिजन नहीं दे सके। पूछताछ में सत्येंद्र ने बताया उनके कमरे में कूलर और फर्राटा पंखा चल रहा था। इसके चलते गोली चलने की आवाज नहीं सुनाई दी।
तकिया के नीचे रखी रिवाल्वर कब ले गया पता नहीं
सत्येंद्र का कहना है कि जिस कमरे में वह सोये थे। उसी में तकिया के नीचे रिवाल्वर रखी थी। खाना खाकर सभी सो गये थे। प्रत्युष रात में किस समय रिवाल्वर निकाल ले गया। इसकी भनक उन्हें नहीं लगी। बुधवार सुबह करीब सात बजे जागे तब घटना का पता चला।
रिवाल्वर का लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई
एसीपी गाजीपुर विकास जायसवाल का कहना है कि सत्येंद्र ठेकेदारी करते हैं। उन्हीं के घर प्रत्यूष रह रहा था। उसने गोली मार कर जान दी है। अन्य बिंदुओं की जांच की जा रही है। सत्येंद्र को रिवाल्वर लॉक करके अलमारी में रखनी चाहिए। उनकी भी लापरवाही सामने आयी है। रिवाल्वर के लाइसेंस के निस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है।