दोस्तों आप में से कई लोगो ने अपने घर में लड्डू गोपाल को बिठाया होगा… पर कहते हैं जो लोग ऐसा करते हैं उन्हें कुछ खास बातों का जरुर ध्यान रखना चाहिए… क्यों कि लड्डू गोपाल श्रीकृष्ण का ही बाल स्वरुप है… इसलिए उनका खास ख्याल रखने की जरुर होती है..
सबसे पहले तो ये समझ लीजिए कि लड्डू गोपाल जिस घर में रहते हैं.. वो उन्हीं का घर हो जाता है… इसलिए उनकी आवश्यकताओं का ध्यान वैसे ही रखना चाहिए… जैसे आप अपने घर के लोगो का रखते हैं।
घर में रखें लड्डू गोपाल को रोज प्यार से स्नान कराना चाहिए… याद रहें स्नान कराते समय उन पर शंख से जल डाले… क्योंकि ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है… इसके बाद दूध, दही, गंगाजल और घी से भी स्नान करायें… और ये सारी चीजें भी शंख से ही डालनी चाहिए।
गोपाल जी को स्नान करवाने के बाद एक बच्चे की तरह उन्हें हल्के हाथों से पोछें और फिर साफ- सुथरे वस्त्र पहनाकर तैयार करें… इसके बाद टीका, चंदन, काजल आदि लगाकर उन्हें सजायें… याद रहें ऐसा आपको रोज करना है।
और हां मौसम के अनुसार उनकें वस्त्र और बिस्तर बदलते रहने चाहिए.. ठीक वैसे ही जैसे आपके बदलते हैं।
इसके साथ ही आपको लड्डू गोपाल जी को दिन में चार बार भोग लगाना चाहिए… अब ये तो आप सब जानते हैं कि छोटे बच्चें एक बार में ज्यादा नही खा पातें… इसलिए उन्हें थोड़ी- थोड़ी देर में कुछ न कुछ दिया जाता है… ठीक वैसे ही आपको चार बार लड्डू गोपाल जी को भी भोजन देना है।
आप उन्हें दूध, माखन-मिश्री, लड्डू और हलवे का भोग लगा सकते हैं… लड्डू गोपाल को सबसे ज्यादा मक्खन पसंद है.. तो उन्हें इसका भोग जरुर लगायें… इसके अलावा अगर आप घर में सात्विक भोजन बनाते हैं… तो उसका भोग भी लगा सकते हैं।
बाल गोपाल को घर में रखते समय जिन नियमों का पालन करना चहिए… उसके अनुसार दिन में चार बार उनकी आरती होना बहुत जरुरी है… इसलिए आप जब उन्हें भोग लगायें, तो उनकी आरती अवश्य करें।
माना जाता है कि बाल गोपाल घर के सबसे छोटे सदस्य होते हैं… बाल गोपाल का होना मतलब घर में किसी छोटे बच्चे का होना… इसलिए जैसे आप अपने बच्चे को एक पल के लिए अकेला नही छोड़ते… ठीक वैसे ही लड्डू गोपाल को भी घर में अकेला नहीं छोड़ना चाहिए… इसके लिए आप जब कही बाहर जाए तो उन्हें अपने साथ लेकर जाएं।
कहते हैं समय- समय पर लड्डू गोपाल जी के लिए खिलौने भी लाते रहना चाहिए… क्यों कि बाल गोपाल को खिलौने खेलना बहुत पसंद है.. इसलिए अच्छा होगा अगर आप कुछ देर खिलौना लाकर उनके साथ खेलें… ऐसा करन से वो बहुत खुश होते हैं।
इसके अलावा जब आप उन्हें रात का आखिर भोग लगायें… तो उसके बाद उन्हें थपकी देकर सुलायें जरुर… क्यों कि जिस तरह छोटे बच्चें थपकी से, लोरी सुनकर सोते हैं.. ठीक वैसे ही गोपाल जी को भी सोना पसंद हैं… इतना ही नही सुबह जब आप उन्हें उठाये तो बहुत प्यार से पुचकारते हुए.. जैसे मानों आप अपने शिशु को जगा रहे हों।
मान्यताओं के अनुसार जैसे ही लड्डू गोपाल जी किसी के घर में प्रवेश करते हैं… वैसे ही उनकी प्राण प्रतिष्ठा हो जाती है… इसलिए कभी भी उनको सिर्फ एक मूर्ति समझने की गलती न करें… क्यों कि घर आते ही वो आपके घर के सदस्य हो जाते है.. वो भी सबसे छोटे… इसलिए उनके साथ वैसा ही व्यवहार करें।
मान्यता है कि अगर किसी स्त्री के बच्चा न हो रहा हो… तो उसें अपने घर लड्डू गोपाल लाकर सच्चे मन से उनकी सेवा करनी चाहिए… क्यों कि ऐसा करने से बाल गोपाल की कृपा से जल्द ही उस महिला की कोख भर आती है।
कहा जाता है कि जिस घर में लड्डू गोपाल विराजमान होते है… वहां कभी दुःख- संकट नहीं आता… साथ ही घर- परिवार में हमेशा संपन्नता बनी रहती है… क्यों कि लड्डू गोपाल भगवान श्रीकृष्ण का ही बाल स्वरूप है… इसलिए उनकी सेवा करने से घर में न सिर्फ सुख शांति आती है… बल्कि इनका पूजन और भी कई चीजों के लिए लाभकारी बताया गया है…. धर्म-शास्त्रों के अनुसार लड्डू गोपाल की पूजा करने से संतान सुख, संतान के अच्छे भविष्य और धन-धन्य की कामना पूरी होती है।
यही वजह है कि सनातन धर्म में इनकी सेवा और पूजन का खास महत्व है।