लखनऊ (हि.स.)। कांग्रेस के नये प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने अमेठी से पुन: राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की घोषणा कर राजनीति में उबाल ला दिया है। भाजपा और अन्य पार्टियों को भी अपने विचार व्यक्त करने को मजबूर कर दिया। अब राहुल गांधी चुनाव लड़ें या न लड़ें लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं में यह वक्तव्य जोश तो भर ही दिया है। यदि वे लोकसभा चुनाव लड़े तो 2019 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद मात्र तीन बार अमेठी आये राहुल गांधी को अमेठी की जनता कितना पसंद करेगी। यह तो आने वाला चुनाव ही बताएगा।
यह बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में 55120 वोट से राहुल गांधी स्मृति ईरानी से हार गए थे । उस लोकसभा चुनाव में मात्र रायबरेली की सीट ही कांग्रेस बचा पायी थी। इसके बाद राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश का दौरा ही बंद कर दिया था, लेकिन विधानसभा चुनाव के समय से वे प्रियंका गांधी वाड्रा का साथ देने के लिए आये और अमेठी में भी तीन बार दौरा कर चुके हैं। 2019 की बात करें तो उस समय स्मृति इरानी ने 4,68,514 वोट पाई थीं, जबकि राहुल गांधी को 4,13,394 वोट पाये थे। वहीं तीसरी कोई पार्टी लड़ नहीं पायी थी। तीसरे स्थान पर वहां ध्रूव लाल थे, जिन्हें मात्र 7,816 मत मिले थे।
लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। कांग्रेस की ओर से भी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के चुनाव लड़ने को लेकर बड़ा दावा किया गया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष अजय राय ने शुक्रवार (18 अगस्त) को कहा कि राहुल गांधी अगले आम चुनाव में अमेठी से चुनाव लड़ेंगे। अब राहुल गांधी लोकसभा चुनाव लड़ें या न लड़े, लेकिन इससे उप्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह तो बढ़ ही गया है।
अमेठी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र 1967 में बना था। इसे नेहरू-गांधी परिवार का गढ़ माना जाता रहा है। यहां से संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी इस सीट से सांसद चुने गए थे। जातिगत समीकरण के अनुसार यहां 66.5 प्रतिशत हिंदू हैं और मुस्लिम 33.04 प्रतिशत हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के लोगों तक पहुंचने के प्रयास तेज कर दिए हैं। वे उत्तर प्रदेश के इस जिले का लगातार दौरा कर रही हैं। सियासी गलियारों में चर्चा है कि स्मृति ईरानी के इस सीट से आगामी आम चुनाव लड़ने की संभावना है। उन्होंने जून में अमेठी विकास यात्रा के हिस्से के रूप में अपने निर्वाचन क्षेत्र के दूरदराज के क्षेत्रों का दौरा किया था। इसके बाद जुलाई के पहले हफ्ते में भी वे दो बार अमेठी गई थीं।
इस बार कांग्रेस का नहीं खुलेगा खाता
राहुल गांधी की उम्मीदवारी को लेकर भाजपा के प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि राहुल गांधी सिर्फ चुनावों में दिखने वाले व्यक्ति हैं। यदि इस बार वे अमेठी से चुनाव लड़ने पहुंच गये तो वहां की जनता उन्हें फिर करारी हार का सामना करना पड़ेगा। सिर्फ एक लोकसभा चुनाव तक सिमटी कांग्रेस इस बार प्रदेश में शून्य पर पहुंच जाएगी। उसका उप्र से खाता खुलने वाला नहीं है।
भाजपा के झूठ को समझ चुकी है जनता
वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि जनता भाजपा के झूठ को समझ चुकी है। इस बार उप्र में जनता कांग्रेस की ओर आशा भरी निगाहों से देख रही है। कांग्रेस का प्रदर्शन प्रदेश में अप्रत्याशित होगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश है और एक-एक सीट के लिए अपनी जी-जान लगा देगा।